Designing Your Life Book Summary In Hindi

हेलो दोस्तों Designing your life किताब के माध्यम से लेखक ये बताना चाहते हैं की किस तरह से आप अपने डिजाइनिंग thinking से अपनी लाइफ को और बेहतर बना सकते हैं जहाँ आपको जॉब, पैसा, ख़ुशी, दुःख जैसे सभी पहलुओ के बारे में पता चल पाएगा | जिसे जानकर आप एक अच्छा निर्णय लेने में सक्षम होंगे |

Designing Your Life Book Summary In Hindi | Designing Your Life Audiobook Summary

1 = Need To Design Your Life (Designing Your Life Book In Hindi)

लेखक के अनुसार जिस तरह से एक डिज़ाइनर अपने प्रोडक्ट को डिजाईन करता है वैसे ही आपको भी अपनी लाइफ को खुद ही डिजाईन करना है आमतौर पर हम अपनी पढाई के बाद जॉब करना शुरू कर देते हैं जिसमे हमे सिक्यूरिटी की आदत हो जाती हैं और हम अपने कम्फर्ट जोन में चले जाते हैं और पूरी लाइफ हम उसी जॉब में लगे रहते हैं |

जैसे कई लोगो का सपना होता है की पूरी दुनिया में ट्रेवल करना है लेकिन वे अपनी जॉब में इतने व्यस्त हो जाते हैं की उन्हें कभी मौका नहीं मिल पाता है वे 9-5 की जॉब में ही लगे रह जाते हैं और ये काम वे रिटायरमेंट तक करते रहते हैं |

आपको क्या लगता है की ये हमारी बेस्ट लाइफ हैं ? बिलकुल भी नहीं | हमे ये जीवन एक ही बार मिलता है हमे जो कुछ भी अचीव करना है उसके लिए हमे अपनी लाइफ को उसके अनुसार डिजाईन करना चाहिए |

2 = Explore Multiple Talents (Designing Your Life Summary In Hindi)

आखिर क्यों लोग उसी चीजो में खुश रहते हैं जो उनके पास हैं? क्यों वे अपनी लाइफ डिजाईन नहीं करते हैं और बाकी चीजो को एक्स्प्लोर क्यों नहीं करते हैं ? इसका सबसे बड़ा कारण है सामाजिक डर, जहाँ समाज ने उए कानून बनाया है की अगर लड़के के पास अच्छी नौकरी होगी तभी उसकी अच्छे लड़की से शादी होगी |

एक बार जॉब मिल जाए तो हमारी सभी परेशानी और जरूरते पूरी हो जाती हैं और ऐसा सोचना गलत भी नहीं है लेकिन अगर हम अपनी जॉब से खुश नहीं हैं और हमारी रूचि किसी और चीज में है तब हमे क्या करना चाहिए? या तो उसी जॉब को करते रहे या फिर अपने टैलेंट के हिसाब से काम करें |

लेखक के कहना है की हमे लाइफ में calculated risk लेना चाहिए जहाँ हम अपनी जॉब के साथ कुछ एक्स्ट्रा काम कर सकते हैं जिसमे हमे इंटरेस्ट हो और हमारा टैलेंट भी हो | जिससे हमारी लाइफ बदल सकती है |

इसीलिए आपको अपने टैलेंट के हिसाब से अपनी लाइफ को खुद ही डिजाईन करना चाहिए |

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3 = The Four Gauges (Designing Your Life Book Summary In Hindi)

जब भी आपको कुछ नया करना है या फिर कोई नयी जॉब ढूंढनी है तो ये चार चीजे आपको हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए :

(1). Health Gauge – आपको ये देखना होगा की क्या आपकी जॉब आपकी मेंटल और फिजिकल हेल्थ को प्रभावित करेगी? या फिर आप अपने जॉब के दौरान हमेशा फिर रहेंगे या नही? या फिर आप हमेशा उस काम को मजबूरी में कर रहे होगे |

इसीलिए अगर आप कोई ऐसा काम कर रहे हो जिसमे आपको मन नहीं लग रहा है या फिर आपकी हेल्थ ठीक नहीं है तो आप उस काम के बदले दूसरा काम कर सकते हैं |

(2). Work Gauge – क्या आपके जॉब में आपको 12-12 घंटे काम करना पड़ रहा है जहाँ आपको छुट्टी भी नहीं मिलती है भले ही वहां आपको एक्स्ट्रा सैलरी मिल रही हो लेकिन आपके मन को संतुष्टि नहीं मिल रही होगी |

(3). Play Gauge – आपको अपने जॉब में कितना समय एक्स्ट्रा एक्टिविटी के लिए मिल रहा है यानि की आप अपने जॉब के साथ-साथ अपने हॉबी को pursue भी कर पा रहे हो की नहीं | या फिर आपका सारा समय जॉब पर ही निकल रहा है |

(4). Love Gauge – क्या आपको अपनी जॉब से प्यार है या फिर आप अपने ऑफिस के colleague से प्यार करते हो की नहीं ? अगर ऐसा हो तभी आप अच्छे से काम कर पाओगे और अपनी जॉब से खुश रहोगे | अगर आप अपनी जॉब को मजबूरी या कष्ट में कर रहे हो तो आप हमेशा दुखी रहोगे |

4 = Work And Life View (Designing Your Life Audiobook In Hindi)

आपको अगर अपनी लाइफ डिजाईन करनी है तो आपको खुद के सवाल पूछने चाहिए :

इस जीवन में हमारी का वैल्यू है? क्या हमारा काम सिर्फ जॉब करना है? अच्छे काम और बुरे कामो में क्या फर्क है? क्या हमेशा पैसो के लिए काम करना चाहिए? क्या आप जॉब के बदले खुद की कंपनी चला सकते है? ऐसा करने से आप कितने लोगो को जॉब दे सकते हैं? आप समाज के लिए क्या करना चाहते है?

इस तरह के कुछ प्रश्न जो आपको खुद से पूछने चाहिए जिससे आप अपनी लाइफ और वर्क के बारे में सोच सकते हैं बिना किसी उद्देश्य के जीवन जीना किसी काम का नहीं होता है |

इसीलिए लाइफ के बारे में अपनी बड़ी सोच रखनी चाहिए |

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5 = Develop Courage (Designing Your Life Review In Hindi)

आपको खुद को किसी भी बंधन में नहीं बांधना है आपको ये देखना है की कैसे आप एक बेहतर लाइफ जी सकते हैं जैसे आपको अगर अपनी जॉब पसंद नहीं है तो आप दूसरी जॉब कर सकते हैं

जो लोग ये सोचते हैं की उनकी जॉब बेस्ट है और वे इसी में खुश है लेकिन सच मानो तो वे अपने कम्फर्ट जोन में है जहाँ वे कुछ एक्स्ट्रा एफर्ट की नहीं सोचते हैं जिससे वे उस जॉब को छोड़ना नहीं चाहते हैं इस तरह से उनके अंदर का टैलेंट कभी बाहर नहीं आ सकता हैं |

आपको खुद को समाज के हिसाब से develop करना होगा | आज के समय लोग पुरानी परम्परा को छोड़कर नयी चीजे अपना रहे हैं आज की युवा इंटरप्रेन्योरशिप के बारे में सोचती हैं और जो लोग अपनी हिम्मत नहीं जुटा पाते है वे हमेशा तंगहाली में जीते हैं |

6 = Design Thinking (Designing Your Life summary In Hindi Book)

अगर आपको अपनी लाइफ को अपने हिसाब से डिजाईन करनी है तो आपको एक डिज़ाइनर के हिसाब से सोचना होगा | जिस तरह से किसी प्रोडक्ट को डिजाईन करने से पहले ये देखा जाता है की उससे क्या-क्या प्रॉब्लम solve हो सकती है और वो प्रोडक्ट लोगो की सहूलियत के हिसाब से बनाया जा सकता है की नहीं |

जिस तरह से शुरुआत में ही प्रोडक्ट का डिजाईन एकदम परफेक्ट नहीं बनता है उसमे कुछ ना कुछ कमियां रह जाती हैं जिसमे सुधार किया जाता है |

इसी तरह से आपको अपने लाइफ में हुई कमियां और परेशानी को देखना होता है जिससे उनमे सुधार हो सके और ये काम आपको लगातार करते रहना है जब तक की आपकी लाइफ बदल ना जाए |

जिस तरह से कोई ब्रांड अपने प्रोडक्ट में सुधार करते रहता है और हर साल नए-नए फीचर के साथ लांच करते रहता है |

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7 = Prototype (Designing Your Life book Summary)

आपको अपनी लाइफ डिजाईन करने के लिए प्रोटोटाइप बनाना चाहिए जैसे आपको अपने इंटरेस्ट या परिस्थिति के हिसाब से नयी जॉब देख सकते हैं जहाँ आपको ये देखना है की आपकी उस जॉब में कितनी ग्रोथ हो रही है और किसमे नहीं |

ऐसा करने में शायद आपको बहुत समय लग सकता है क्योकि शुरुआत में आपके पास बहुत समय होता है जहाँ आप बेहतर निर्णय ले सकते हैं और एक सक्सेस फुल करियर बना सकते हैं |

आपको इस तरह के कई उदाहरण मिल जाएँगे जिन्होंने अपना मनपसन्द करियर choose करने के लिए अपनी जॉब छोड़ दी |

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8 = Accept Failure (Designing Your Life audiobook)

आपको कभी भी failure से नहीं डरना है क्योकि लाइफ में कभी कभी failure मिलने से काफी कुछ सिखने को मिलता है इसीलिए अगर लाइफ में कभी failure मिले तो ये तिन काम जरुर करें :

1.आपको अपने failure को एक जगह लिख लेना है फिर जाकर उसे analyze करना है की आखिर में fail क्यों हुआ |

2.इसके बाद आपको अपने weak point को ढूंढना है और उसके साथ-साथ strong point भी देखने हैं |

3.अंत में ये देखे की आपकी फ्यूचर में होने वाली ग्रोथ के लिए क्या सही रहेगा ? उनके आधार पर अपनी स्ट्रेटेजी बना लो |

इस तरह से कोशिश करते रहने से आप अपनी लाइफ अपने अनुसार डिजाईन कर सकते हैं |

Vikram mehra

मेरा नाम विक्रम मेहरा है मै उत्तराखंड का रहने वाला हु मैंने B.sc (PCM) से की हुई है और मुझे टेक्नोलॉजी, साइंस और लोगो को अपने ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा देना बहुत पसंद है मेरा मकसद ऑनलाइन माध्यम से लोगो तक इनफार्मेशन पहुचाना है और साथ ही मुझे मूवीज देखना, घूमना बहुत पसंद है |

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