युवाओं में नशे की समस्या पर निबन्ध | Essay on Drug addiction problem in indian youth in hindi

हेलो दोस्तों आज के इस टॉपिक में हम बात करेंगे भारतीय युवाओं में बढती नशे की लत के बारे में जिसमे हम जानेंगे की कैसे आज की युवा पीढ़ी इस नशे की गिरफ्त में है और ना जाने कितने लोगो ने इसमें अपनी जिन्दगी बर्बाद कर दी है नशा आज के युबाओ के खून में इस तरह से फ़ैल गया है की इसे दूर कर पाना काफी मुश्किल हो गया है |

नशा हमारे भारत देश के समाज के लिए कितना घातक है इसके बारे में सभी को अच्छी तरह से पता है और किस तरह से यह बढ़ रहा है यह अपने आप में ही काफी चिंता का विषय है |

Essay on drug addiction problem in hindi : नशे की लत की समस्या पर निबन्ध

प्रस्तावना (Introduction) :

नशा का मतलब किसी एक प्रकार के नशे के लिए नहीं बोला जाता है इसमें सभी प्रकार के नशे शामिल है चाहे ड्रग का नशा हो, चरस, गांजा, शराब या फिर इसी तरह का कोई भी नशा हो ये सभी नशे के ही रूप हैं |

नशा आज की युवा पीढ़ी का सबसे बड़ा दुश्मन है जो युवाओं में अपनी पकड़ बना रहा है ना जाने कितने लोगो ने अपन जिन्दगी खराब कर दी है |

आज के समय बच्चे स्कूल से ही इन नशे की गिरफ्त में आने शुरू हो जाते हैं फिर धीरे धीरे कॉलेजों में उनका नशे के प्रति रुझान और बढ़ जाता है और फिर वे इतने डूब जाते हैं की उससे बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है|

भारत के युवाओं में नशे की लत की समस्या (Drug addiction problem in india) :

आज के समय भारत मे युवाओ में सबसे ज्यादा नशे का प्रभाव है अगर हम भारत के सभी स्कूल, कॉलेजों की छानबीन करे तो आपको बड़े बड़े शहरो के स्कूल, कॉलेजों में सबसे ज्यादा नशे का प्रभाव देखने को मिलेगा |

आज के समय शहरो के गरीब बस्तियों में भी नशे की तस्करी काफी देखने को मिलती है जहाँ छोटे स्तर पर इसका सप्लाई काफी होता है और जो बच्चे फुटपाथ पर रहते हैं वे भी काफी नशे की लत में रहते हैं |

Essay on Drug addiction problem in indian youth in hindi
Image by RenoBeranger from Pixabay

लेकिन आज के समय बढे तबके के लोगो में नशे का प्रकोप काफी बड़े स्तर पर होता है और NCB इसपर काफी सख्त एक्शन लेती नजर आते रहती हैं और पिछले कुछ सालो से भारत में नशे के विरुद्ध छापेमारी सक्रीय रही है जिसमे काफी बड़ी बड़ी हस्तियों के नाम आयें थे |

जून 2020 के समय जब सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु हुई थी तब बॉलीवुड में ड्रग्स के खिलाफ कई छापेमारी हुई और कई बड़े नाम सामने आये थे जिसकी जानकारी आज के समय सभी को है और अभी के समय फिर से बॉलीवुड में शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन खान और कई बड़े नाम जो की ड्रग्स के संदर्भ में पकडे गये हैं |

जरा सोचिए की भारत में बॉलीवुड का कितना बड़ा नाम है जहाँ का हर कोई सपना देखता है और अपने पसंदीदा लोगो से प्रेरणा लेता है वहां आज के समय सबसे ज्यादा ड्रग्स के नशे का सबसे ज्यादा खपत है और इस बात से कोई इन्कार नहीं कर सकता है|

ऐसे आरोपियों के खिलाफ एक्शन तो लिया जाता हैं लेकिन वे बाद में बरी हो जाते हैं और फिर से वही कदम उठाते हैं कई ऐसे नाम जो दुनिया के सामने नहीं आ पाते हैं इस नशे को हमारे समाज से जड़ से मिटाना मुश्किल हो गया है |

कुछ समय पहले अड़ानी ग्रुप के पोर्ट पर 2 से 3 हजार किलोग्राम ड्रग्स बरामद हुआ था जिसकी कीमत 20 से 25 हजार करोड़ रूपये बताई गयी थी लेकिन ये बात वही पर आकर दब गयी जरा सोचिए इतना सारा ड्रग्स अगर पूरे देश में फ़ैल जाता तो आप अंदाजा नहीं लगा सकते हैं की यह स्तर पर समाज तो अपनी गिरफ्त में लेता |

इस बात को हमारे मीडिया ने इस तरह से नजरअंदाज कर दिया की मानो कुछ हुआ ही नहीं और दूसरी तरह से मीडिया इतनी सक्रीय हो रखी है की मानो पूरे ड्रग्स को खत्म कर देगी और सरकार ने भी इस बारे में कोई कदम उठाया या नही इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी जो काफी चिंताजनक बात है |

हमारे देश में किस तरह से ड्रग्स सप्लाई होता है कहाँ से होता है कौन करता है इस पार अभी तक कोई भी पकड़ नहीं है बाहर के पडोसी मुल्को से यहाँ काफी मात्रा में ड्रग्स की तस्करी होती है और ड्रग्स माफियाओं का भारत में किस स्तर का दबदबा है यह आप समझ ही गये होंगे |

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आज तक सरकार ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है चाहे किसी की भी सरकार हो| आप देख सकते है की पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों में नशे का व्यापार किस लेवल पर है यह आप अपनी रिसर्च से जान सकते हैं |

भारत में नशे की समस्या को खत्म करने के उपाय:

  1. सरकार को इस मामले कोई कड़ा क़ानून बनाना चाहिए |
  2. हमारे आस पास जो भी लोग इस गिरफ्त में हैं उन्हें नशे के खिलाफ जागरूक करना चाहिए |
  3. जो भी नशे की तस्करी करता है उसे पुलिस के पास ले जाना चाहिए |
  4. अपने इलाको में जो भी इस तरह से अराजक तत्व होते है उनके खिलाफ एक्शन लेना चाहिए |
  5. नशे के विरुद्ध हमे अपने अपने शहरो में जागरूकता अभियान चलाना चाहिए |

Final Word :

जब तक हम नशे के खिलाफ खुद खड़े नहीं होंगे तब तक काफी मुश्किल हो जाता है क्योकि हमने कई सालो से देख लिया है की इस मामले में कोई भी सुधार नहीं हो रहा है ये दिन प्रतिदिन और बढ़ रहा है |

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हमे अपने भविष्य को सुधारना है और इस नशे की गिरफ्त से दूर रहना है और अपने आने वाली पीढ़ी को भी यही सन्देश देना है और उन्हें इस दलदल में जाने से रोकना है |

आपकी इसके प्रति क्या राय है हमे कमेंट करके बता सकते हैं |

Vikram mehra

मेरा नाम विक्रम मेहरा है मै उत्तराखंड का रहने वाला हु मैंने B.sc (PCM) से की हुई है और मुझे टेक्नोलॉजी, साइंस और लोगो को अपने ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा देना बहुत पसंद है मेरा मकसद ऑनलाइन माध्यम से लोगो तक इनफार्मेशन पहुचाना है और साथ ही मुझे मूवीज देखना, घूमना बहुत पसंद है |

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