हेलो दोस्तों आज के इस टॉपिक में हम बात करेंगे पूरी दुनिया में चल रही कोरोना की तीसरी लहर के बारे में जिसमे हम ख़ास तौर पर बात करेंगे ओमिक्रोन वैरिएंट के बारे में जो कोविद 19 का नया वैरिएंट है और धीरे धीरे अपने पैर पसार रहा है इस कोविद 19 के नए वैरिएंट को ओमिक्रोन नाम दिया गया है |
हाल ही में WHO ने कोविद-19 के B.1.1.1.529 स्ट्रेन की वैरिएंट ऑफ़ कंसर्न के रूप में इसकी पहचान करी है जो सबसे पहले साउथ अफ्रीका में पाया गया जिसे ओमिक्रोन नाम दिया गया है |
(Omicron variant essay In hindi, What is omicron in hindi, essay on Omicron variant in india, omicron meaning in hindi)
Introduction (प्रस्तावना) :
सबसे पहले इस वायरस की पुष्टि साउथ अफ्रीका में हुई और 8 नवम्बर 2021 को इस वायरस का संक्रमित व्यक्ति साउथ अफ्रीका में ही मिला जिसके बाद यह वायरस अभी के समय लगभग 34 देशो में फ़ैल चूका है |
विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO के अनुसार ओमिक्रोन वैरिएंट में बहुत अधिक म्यूटेशन के कारण यह इस महामारी को ज्यादा प्रभावित कर सकता है |
इस महामारी के कारण अब पूरी दुनिया के देशो ने साउथ अफ्रीका से आने वाले लोगो को एयरपोर्ट से ही चेकिंग करना और उनका टेस्ट करना शुरू कर दिया है और बिना रिपोर्ट के उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा है |

ओमिक्रोन वैरिएंट के लक्षण- Omicron symptoms in hindi:
इस वैरिएंट के लक्षण पहले वाले वैरिएंट की तुलना में काफी अलग और हल्के दिखाई दे रहे हैं इसका मुख्य कारण यह है की ओमिक्रोन में पाए गये म्यूटेशन काफी सक्रीय हैं इसका मतलब यह है की इस वैरिएंट से संक्रमित होने वाले व्यक्ति पर इसकी बिमारी तेजी से शरीर में फैलेगा लेकिन इसकी बिमारी और लक्षण कम ही रहेंगे |
एक रिसर्च के अनुसार ओमिक्रोन वैरिएंट दो अलग अलग वायरस का कॉम्बिनेशन है ओमिक्रोन नामक इस वैरिएंट का लक्षण कोरोना वायरस के लक्षण से बिलकुल अलग है |
इस वैरिएंट के मरीजो को कभी कभी उल्टी और बैचेनी होने की समस्या होती है और इसके अलावा नाडी की गति तेज और साथ ही स्वाद और सूंघने की शक्ति खत्म हो जाती है |
इसके अलावा मरीजो को शरीर में दर्द, गले में खराश की समस्या और कमजोरी इसके मुख्य लक्षण हैं बाकी वायरस क तरह ही इस वैरिएंट में सर्दी के लक्षण ही मिलते जुलते हैं |
इसे भी पढ़े : लॉक डाउन पर हिंदी निबन्ध पढ़े
ओमिक्रोन से कैसे बचे :
रिसर्च के मुताबिक हालांकि अभी तक ओमिक्रोन के मरीज पूरी दुनिया के अलावा भारत देश में ज्यादा नहीं मिले हैं लेकिन यह ग्राफ धीरे धीरे बड रहा है वैसे अभी तक यह वैरिएंट ज्यादा घातक साबित नहीं हुआ है |
लेकिन अगर ऐसा कहा जाए की इस वायरस का का हम्मरे जीवन में ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा यह कहना गलत होगा क्योकि इस वैरिएंट से संक्रमित होने की संभावना काफी तेज है |
अगर आप सभी इस वैरिएंट के सम्पर्क में आने से बचना चाहते हैं तो सरकारी गाइड लाइन का पालन जरुर करें जिससे आप इस वैरिएंट की चपेट में आने से बच सके |
भारत पर ओमिक्रोन वैरिएंट का प्रभाव :
सबसे पहले साउथ अफ्रीका में इस वैरिएंट के मरीज मिलने के बाद से अभी के समय पूरी दुनिया में इसके मरीज मिलने लग गये हैं जिसके अलावा भारत में भी यह वैरिएंट अपना प्रकोप दिखा रहा है जो अभी के समय भारत के लिए एक सबसे बड़ी समस्या है |
अभी के समय भारत के कुछ इलाको जैसे महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली जैसे बाकी शहरो में भी काफी मरीज मिलने लगे हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ते जा रही हैं |
अभी हाल ही में भारत के कुछ राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली जैसे बाकी जगहों में रात्री कर्फ्यू लगाया गया है जिसमे आम जनता रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक बाहर नहीं जा सकता है लेकिन सिर्फ कुछ महत्वपूर्ण और इमरजेंसी कार्यो के लिए ही आपको अनुमति मिल सकती हैं |
अब आज के समय ओमिक्रोन का प्रभाव पूरे भारत में ही नहीं बल्कि अब पूरी दुनिया में धीरे धीरे कम हो चूका है लोग अब आराम से इधर उधर जा पा रहे हैं कही कही थोड़े थोड़े केस आ रहे हैं लेकिन वो ज्यादा चिंता का विषय नहीं हैं|
अभी हाल ही में सरकार ने घोषणा भी की है की 10 जनवरी से 18 वर्ष से कम के बच्चो को भी वैक्सीन डोज लगनी शुरू हो जाएगी |
Conclusion (निश्कर्ष) :
अभी के समय पूरी दुनिया के अलावा भारत में भी अब इस वैरिएंट के आने से टेंशन का माहौल हो चूका है भारत में तो अब इस वायरस से निपटने के लिए सरकार प्रयत्न कर रही है |
अभी फिर से लोगो के दिलो में दूसरी लहर की तरह ही डर होने लगा है की कही पहले जैसे हालात ना हो जाए और वैसे ही विनाशकारी स्थिति पैदा ना हो जाए |
FAQs..
ओमिक्रोन के लक्षण क्या क्या हैं?
ओमिक्रोन के लक्षण सिर दर्द, गले में खराश और दर्द का होना, सिर में चक्कर, उल्टी आना और पहले जैसे वैरिएंट के ही तरह लक्षण है लेकिन इस वैरिएंट से लोगो को ज्यादा हानि नहीं पहुच रही है और मरीज जल्दी से ठीक हो रहे हैं |
ओमिक्रोन क्या है?
ओमिक्रोन कोविद-19 के B.1.1.1.529 स्ट्रेन का वैरिएंट है जो सबसे पहले साउथ अफ्रीका में इसका मरीज पाया गया था
ओमिक्रोन भारत में कितनी तेजी से फ़ैल रहा है?
शुरुआत में ओमिक्रोन के कुछ ही केस आ रहे थे लेकिन अभी के समय इसने रफ़्तार पकड़ ली है और इसके केस भारत में अभी के समय लाखो में हो गये हैं |
ओमिक्रोन भारत में कितना प्रभावी है?
भले ही यह वैरिएंट काफी तेजी से फ़ैल रहा लेकिन यह इतना ज्यादा घातक नहीं है जितना पहले दूसरी कोरोना लहर वाला वैरिएंट था इसमें आंकड़े के हिसाब से लोगो की रिकवरी रेट ज्यादा है और मरने वालो की संख्या काफी कम हैं|