Fake news essay in hindi | फेक न्यूज़ की समस्या पर निबन्ध.

दोस्तों आज के इस टॉपिक में हम अपने देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में फैलने वाले इस फेक न्यूज़ की समस्या पर बाते करेंगे और जानेंगे की इस चीज का कितना बढ़ा नुक्सान होता है और एक फेक न्यूज़ कैसे माहौल ख़राब करती है |

दोस्तों जैसे हम सभी को तो पता है की लोग आज के समय में फेमस होने के लिए क्या क्या कर देते हैं और वे लोग इसका नतीजा नहीं जानते हैं की इसके बाद क्या होगा |

फेक न्यूज़ की प्रॉब्लम इतनी ज्यादा बढ़ गयी है की पता ही नहीं चलता है की सच्चाई क्या है और फेक न्यूज़ क्या है और लोग किसी भी बात को बिना जांचे परखे मान लेते हैं और इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है |

10 Lines On fake news essay in hindi | फेक न्यूज़ की समस्या पर निबन्ध

  1. फेक न्यूज़ को एक परिभाषा की तरह समझे तो ये एक तरह की फैब्रिकेटेड स्टोरी होती हैं जिन्हें सिर्फ क्रिएट किया जाता है गलत जानकारी देने के लिए और जिनका उद्देश्य सिर्फ यही होता है |
  2. इस तरह की खबरे सिर्फ लोगो को भटकाने के लिए होती है जिनका मकसद सिर्फ अशांति फैलाना होता है इस तरह की खबरे जल्दी से वायरल भी हो जाती है और जब तक इसका प्रमाण मिले तब तक बहुत देर हो जाती है |
  3. आज के समय में हमारे देश में फेक न्यूज़ की समस्या बहुत ही ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है बल्कि बढ़ चूका है और फेसबुक, youtube, ट्विटर और whattsapp जैसे सोशल मीडिया साइट्स के माध्यम से ये फेक न्यूज़ सबसे ज्यादा फ़ैल रही है और इन्ही साइट्स का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है |
  4. ये समस्या भी इसीलिए इतनी ज्यादा बढ़ रही है क्योकि जब से हमारे देश में इन्टरनेट का ज्यादा इस्तेमाल हुआ है तब से इसका ज्यादा इस्तेमाल हुआ है और इन्टरनेट को इस्तेमाल करने वाले भी हमारे देश में लगातार बढ़ रहे हैं |
  5. वैसे भी अभी हमारे देश में लगभग 30 प्रतिशत लोग इन्टरनेट करने वाले हैं और चीन के बाद ही भारत सबसे ज्यादा इन्टरनेट इस्तेमाल करने वाला देश है और इसी कारण से सोशल मीडिया भारत में काफी ज्यादा यूज़ होता है और भारत इनके लिए एक बढ़ा मार्किट हो चूका है |
  6. अगर भारत में सोशल मीडिया यूज़ करने वाले लोगो की बार करे तो whattsapp के कुल मासिक यूजर्स में से 16 करोड़ भारत के यूजर्स हैं और वही ट्विटर की बार करे तो भारत में कुल 2.2 करोड़ ट्विटर यूजर्स है और इसी तरह फेसबुक में 14.8 करोड़ यूजर्स हैं |
  7. इतने ज्यादा यूजर्स होने के कारण फेक न्यूज़ फैलने की सम्भावना बहुत ज्यादा हो जाती है जिसके चलते हर कोई बिना सत्यता की जांच किये इस तरह के न्यूज़ को लाइक, शेयर और कमेंट कर देता है और इसके बारे में एक मिनट भी नहीं सोचता है |
  8. इस तरह की गलत तरीके भाईचारे की भावना की भी प्रभावित करता है और इससे असहिष्णुता को भी बढ़ावा मिलता है हमेशा ऐसे फेक न्यूज़ से बेक़सूर लोगो का उत्पीड़न होता है और उनकी मर्यादा के साथ खिलवाड़ होता है |
  9. इस तरह की घटनाओ से मौते भी होती हैं जैसे बच्चो की चोरी या फिर जानवरों की चोरी करने वालो के बारे में अफवाह फैलने से पूरे इलाके में दंगे और मौते जैसे हालात हो जाते हैं जिससे इसका नतीजा बुरा होता है |
  10. आज के समय में आपने जो भी दंगे देखे और सुने होंगे उनका सबसे बढ़ा कारण इस तरह की फेक न्यूज़ ही होती है और इस बात से भी सभी वाकिफ होंगे की अभी तक हाल ही में जो भी ऐसे घटनाएं हुई हैं वो ज्यादातर ऐसी फेक न्यूज़ से ही हुई है |

फेक न्यूज़ के फैलने से देश में और समाज में अशांति का माहौल हो जाता है लोग डरे और सहमे से होते है उन्हें पता नहीं चलता की क्या होने वाला है और इससे ऐसे फेक न्यूज़ फैलाने वालो को बढ़ावा मिलता है |

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फेक न्यूज़ को फैलाने और बढ़ावा देने वाले कारक :

हमारे समाज में कुछ ऐसे अराजक तत्व है जो इस तरह के कामो को बढ़ावा देते है उनका काम यही होता है की समाज का माहौल ख़राब हो |

हम ये नहीं कह सकते हैं की इस तरह की न्यूज़ को सिर्फ सोशल मीडिया ही फैला रहे है क्योकि हमे पता होना चाहिए की ऐसी खबरे सोशल मीडिया नहीं फैलाती और ना ही इस तरह की खबरे बनाती है ये काम तो हम जैसे लोग बनाते और फैलाते हैं |

इस तरह के कारक पर हमे उचित कार्यवाही करनी चाहिए क्योकि सारे दोष सोशल मीडिया को ही नहीं दे सकते है वैसे बही अब पहले की तुलना में सोशल मीडिया बहुत ही ज्यादा सख्त हो गया है जो भी इस तरह की एक्टिविटी करता है यूज़ तुरंत बैन कर दिया जाता है |

पहले समय में अखबारों में लिमिटेड खबरे आती थी तो फेक न्यूज़ का कोई मतलब नहीं होता था लेकिन जब से इन्टरनेट आया तब से खबरे आग की तरह फ़ैल रही है और इस तरह की खबरे फैलाने वालो को बढ़ावा मिल रहा है |

फेक न्यूज़ के फैलने से होने वाले नुकसान :

  1. फेक न्यूज़ के फैलने से समाज और पूरे देश में अशांति का माहौल होता है |
  2. इसके कारण कुछ ऐसे खबरे फैलाने वालो को बढ़ावा मिलता है |
  3. हमारे समाज और देश की छवि ख़राब होती है |
  4. कुछ ऐसे अराजक तत्व होते है जो समाज में अराजकता फैलाते हैं वे इस तरह की फेक न्यूज़ का ही सहारा लेते हैं |
  5. समाज में जितने भी दंगे, हुडदंग या फिर भय का माहौल होता है उन सभी का कारण फेक न्यूज़ ही होता है |
  6. जिसके खिलाफ इस तरह की खबरे फैलाई जाती हैं उनकी छवि भी खराब होती है
  7. इससे लोग सिर्फ फेक न्यूज़ पर ही ध्यान देते है उन्हें लगता है ही यही सही खबर है क्योकि फेक न्यूज़ फैलाने वाले खबरों को तोड़ मरोड़ कर पेश करते हैं |
  8. अगर एक दिन में 100 न्यूज़ आती हैं तो उसमे से आधी न्यूज़ फेक ही होती है
  9. कभी कभी इस तरह की खबरों की कीमत एक इमानदार इंसान को चुकानी पड़ती है |
  10. कभी कभी फेक न्यूज़ के फैक्ट को चेक करने का प्रमाण भी नहीं मिल पाता है जिसके चलते लोग यूज़ ही सच मानने लगते हैं |
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फेक न्यूज़ को फैलने से रोकने के लिए उपाय :

फेक न्यूज़ से निपटने के लिए इस तरह के प्रभावी डिजिटल साक्षरता में सुधार करने की जरूरत है जिससे की ये पता चल सके की फेक न्यूज़ कौन सी है और वास्तविक न्यूज़ कौन सी है वैसे भी हमारा देश डिजिटल इंडिया की ओर बहुत तेजी से बढ़ रहा है और नयी तकनिकी को अपना रहा है |

भारत में डिजिटल साक्षरता में सुधार करने के लिए सरकार, मीडिया और संस्थानों को मिलकर काम करना चाहिए |

सरकार को सोशल मीडिया में फैलने वाले किसी भी फेक न्यूज़ पर काबू पाने के लिए प्रभावी ढंग से अपनी रणनीति बनाने की जरूरत है और इस तरह की न्यूज़ सोशल मीडिया में फैलाने वालो को कड़ी कार्यवाही करने की जरूरत है |

सरकार को इस तरह के खबरों के सोर्स पर पैनी नजरे रखनी चाहिए और इनके गिरोह का पर्दाफाश करना चाहिए

और मेरा मानना है की इस तरह की खबरों को कोई भी न्यूज़, अखबार या फिर सोशल मीडिया बिना पुष्टि के नहीं पब्लिश नहीं करना चाहिए अगर हम पहले से ही अलर्ट रहेंगे तो इसकी नौबत ही नहीं आएगी |

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फेक न्यूज़ कैसे चेक करें? | How to check fake news?

आज के समय में हर कोई कही भी कोई विडियो या फिर आर्टिकल post हुआ देखते है तो उस पर बिना किसी क्रॉस चेक के भरोसा कर लेते हैं क्योकि किसी भी एक सोर्स पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए |

फेक न्यूज़ की इस समस्या को जांचने के लिए भारत सरकार की एक ऐसी संस्था जिसका नाम Press information bureau (PIB) है जो भारत सरकार के द्वारा संचालित की जाती है और इस संस्था का काम सरकार की सूचनाओं को अलग अलग न्यूज़ चैनलों, अखबारों और न्यूज़ एजेंसी तक पहुचाना होता है |

PIB ने पिछले साल 2019 में फेसबुक, इन्स्ताग्राम और ट्विटर पर PIB fact check नाम से अकाउंट बनाया है जहा पर आप फेक न्यूज़ को चेक कर सकते है और ईमेल या फिर फ़ोन नंबर से रिपोर्ट कर सकते हैं |

बढे बढे मीडिया हाउस जैसे india today, print media, the hindu, quint, economics times जैसे मीडिया कंपनी पर जाकर आप फैक्ट चेक कर सकते हैं और भी ऐसी बहुत सारी वेबसाइट हैं जहाँ पर जाकर आप फेक न्यूज़ के फैक्ट को चेक कर सकते हैं इनकी लिस्ट आप नीचे चेक कर सकते हैं :

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Conclusion (निष्कर्ष) :

दोस्तों आज के इस टॉपिक Fake news in hindi में हमने बहुत से महत्वपूर्ण तथ्यों पर बात की है जो बहुत ही जरुरी है|

फेक न्यूज़ की समस्या को हमे रोकना है और समाज में एक अच्छा सन्देश देना है क्योकि अगर इस समस्या पर काबू नहीं पा सके तो ये बहुत बढ़ा रूप ले सकता है |

इसीलिए जब भी कोई खबर पड़ते हैं जो काफी सेंसिटिव होती हैं तो फैक्ट चेक करके ही पढना चाहिए अपनी पूरी जांच पड़ताल के बाद ही हमे उस खबर को स्वीकार करना चाहिए की यही खबर सच्ची है |

Vikram mehra

मेरा नाम विक्रम मेहरा है मै उत्तराखंड का रहने वाला हु मैंने B.sc (PCM) से की हुई है और मुझे टेक्नोलॉजी, साइंस और लोगो को अपने ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा देना बहुत पसंद है मेरा मकसद ऑनलाइन माध्यम से लोगो तक इनफार्मेशन पहुचाना है और साथ ही मुझे मूवीज देखना, घूमना बहुत पसंद है |

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