हेलो दोस्तों क्या आप अपनी लाइफ के अच्छे मेनेजर हैं ? क्या आपको अपनी लाइफ के अप्स एंड डाउन से बाहर निकलना आता है? फेमस यूतुबर, इंटरप्रेन्योर और ऑथर अंकुर वारीको ने हमारी जिन्दगी से जुड़े बहुत सारे सवालों के जवाब पर एक किताब लिखी है इस किताब को उन्होंने चार भागो में डिवाइड किया है जो हमारे लाइफ के स्टेज को एक स्टूडेंट और टीचर के डिस्कशन के तौर पर जवाब देता है ऐसे में यदि आप भी अपने लाइफ के झमेलों में उलझे हुए हैं और एक बेहतर solution की तलाश कर रहे हैं तो ये ऑडियो बुक आपके लिए ही हैं तो चलिए इस बुक समरी को सुनकर/पढकर अपनी लाइफ को और भी ज्यादा बेहतर बनाए
दोस्तों ऑथर ने इस किताब में स्टूडेंट की लाइफ से जुडी 36 प्रॉब्लम को टीचर और स्टूडेंट के बीच के संवाद से समझाने की कोशिश की है जिसमे स्टूडेंट टीचर को अपने प्रॉब्लम को बता रहा है और टीचर उन प्रॉब्लम के जवाब दे रहा है |
GET EPIC SHIT DONE Book Summary In Hindi | GET EPIC SHIT DONE Audiobook Summary
स्टूडेंट टीचर से कहता है मै खुद को compare करना कैसे बंद करू? तो टीचर कहता है की ये समस्या सभी के साथ होती है आज के समय हर कोई एक दुसरे से compare कर रहा है लेकिन जब तक आपका फोकस खुद पर नहीं रहेगा और आपको ये ना लगे की मै जो कर रहा हु वो मेरे हिसाब से बेस्ट है तब तक आपको खुद पर doubt होता रहेगा और आप खुद को दूसरो से तुलना करते रहोगे |
स्टूडेंट टीचर से कहता है मै अपनी कम्युनिकेशन स्किल कैसे अच्छी करू? टीचर कहता है की जब तक आप अपने आस-पास के माहौल को नहीं सुधारोगे तब तक आपके कम्युनिकेशन में कोई सुधार नहीं होगा आपको दिन-प्रतिदिन इसपर काम करते रहना है और अपने से बेहतर लोगो के साथ कम्युनिकेशन बरकरार रखना है |
स्टूडेंट टीचर से कहता है मै एक ग्रोथ mindset कैसे बनाऊ? टीचर कहता है की ग्रोथ mindset आपके goals पर निर्भर करता है की आप क्या सोचते हो, आप कैसी प्लानिंग करते हो, आपके देखने, बोलने और सोचने का क्या नजरिया होता है ये सभी चीजे आपके ग्रोथ mindset को दर्शाती हैं |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै जिन्दगी में कठिन निर्णय कैसे लूं? टीचर कहता है यदि आपको लाइफ में आगे बढ़ना है तो कठिन निर्णय तो लेने ही होंगे| या तो ये कठिन निर्णय आपको बहुत आगे पंहुचा देंगे या फिर आपको बहुत कुछ सिखा देंगे | लेकिन आपको ऐसे कठिन निर्णय लेने से घबराना नहीं हैं |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै अपना टाइम कैसे मैनेज करू? टीचर कहता है की ये चीजे आपको कामर करते-करते आ ही जाती हैं बस आपको ये देखना होता है की कब आपको ये implement करना है क्योकि आज के समय टाइम मैनेजमेंट काफी जरुरी है इसके बिना आपका पूरा schedule बिगड़ जाता है |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै फोकस कैसे करू ? टीचर कहता है की एक छात्र के जीवन में फोकस की काफी कमी होती है उसका मन हजारो चीजो में लगता है उसे सारी चीजे एकसाथ ही करनी होती है या फिर किसी में भी उसका मन नहीं लगता है ऐसे में उसे परिस्थिति की जरूरत को समझना होगा और उस काम में लगे रहना होगा |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै क्रिटिसिज्म के साथ कैसे डील करू? टीचर कहता है की जब आप कुछ नया करने की कोशिश करोगे तो आलोचना तो आपको मिलेगी ही, बस आपको उसपर ध्यान ना देकर अपने काम पर लगे रहना है आलोचना तो जीवन का एक हिस्सा है ये आपका पीछा नहीं छोड़ने वाला है |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै पढ़ाई की आदत कैसे बनाऊ? तो टीचर कहता है की यही आपका छात्र जीवन ही तो है जिसमे आपको पढ़ाई करनी होती है ऐसे में यदि आपको ये सोचना पढता है की मै पढ़ाई कैसे करू तो ये आपमें आत्ममंथन करने वाली बात है आपको अधिक प्राथमिकता अपनी पढ़ाई को ही देना है |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मैडिटेशन को अपने लाइफ में कैसे शामिल करू? टीचर कहता है की ये जरुरी नहीं है की पूरे समय आपको मैडिटेशन करना है आप दिन की शुरुआत 15 मिनट मैडिटेशन से कर सकते हैं ये आपको पूरे दिन शातं रखेगा और आप अपने सभी काम में अच्छे से फोकस कर पाओगे |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै ट्रस्ट कैसे बिल्ड करू? टीचर कहता है की जब आप किसी के साथ इमानदारी से रहते हो तो सामने वाला भी आपके साथ अपना ट्रस्ट बनाने लगता है एक-दुसरे के साथ लॉयल्टी रखने से ही आप अपना ट्रस्ट बिल्ड कर सकते हो |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै अपना पैशन कैसे ढूँढो ? टीचर कहता है की ये आपको खुद की सोचना समझना होगा की आपको क्या अच्छा लगता है, आपको किसमे रूचि है जहाँ आप लॉन्ग टर्म करियर बना सकते हो तब आपको आपको अपना पैशन पता चलेगा| ये चीजे आपको सही समय पर पता चल जानी चाहिए |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै सही करियर कैसे चुनूँ? टीचर कहता है की ये आप जितना जल्दी जान गये उतना आपके लिए बेहतर होगा आपको सभी क्षेत्र की बेसिक जानकारी ले लेनी है और फिर जाकर ये decide करना है की क्या आपके लिए बेहतर रहेगा जहाँ आप लॉन्ग टर्म तक survive कर पाओ | तभी आप सही करियर चुन सकते हैं |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै अपना करियर कैसे बदलू? टीचर कहता है की जब आपको लगे की मै दुसरे फील्ड में और बेहतर कर सकता हूँ और इससे ज्यादा सफलता हासिल कर सकता हूँ तो आपको ये डिसिशन ले लेना चाहिए और रिस्क के बारे में नहीं सोचना चहिये तभी आपके सक्सेस होने की मौके बढ़ जाएँगे |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै अपने करियर में ग्रो कैसे करू? टीचर कहता है की जब आप काम करते-करते खुद को इम्प्रूव करते रहोगे और opportunity को जाने नहीं दोगे तो करियर में ग्रोथ आसानी से मिल जाएगी | अगर आप खुद ही कुछ नया सिखने की चाह रखोगे तो ग्रोथ मिलना आसान हो जाएगा |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै ऑफिस पॉलिटिक्स से कैसे डील करू? टीचर कहता है की पॉलिटिक्स तो सभी जगह होती है बस लोगो ने उसे पॉलिटिक्स का नाम दे दिया है आपको इन चीजो में नहीं पढना है आप अपने काम पर ध्यान दो, जितना आप इन चीजो से दूर रहोगे आपके करियर के लिए उतना सही रहेगा |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मुझे नयी जॉब के पहले 90 दिन कैसे बिताने चाहिए? टीचर कहता है की जैसा एक कॉलेज स्टूडेंट कॉलेज के शुरुआत के 90 दिन बिताता है अब वो आप पर निर्भर करता है की आप कैसे बिताएँगे क्योकि इसका कोई सटीक जवाब नहीं है हर किसी के लिए ये जवाब अलग-अलग हो सकते हैं |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै multiple इनकम स्ट्रीम कैसे बिल्ड करू? टीचर कहता है की आज के समय तो स्टूडेंट कॉलेज के साथ-साथ ही पैसे कमाने लग गये हैं और इसके कई सोर्स भी मार्किट में है जो स्किल आपको आती है उसे स्क्रैच से स्टार्ट करो, शुरुआत में ये मत सोचो की सफल होगा की नही | लेकिन जिस दिन सफल होगा, आगे के नये-नये रास्ते खुद की खुल जाएँगे
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै एक गैप इयर कैसे लू? टीचर कहता है की ये तो बहुत आसान है यहाँ तो कई लोगो ने कॉलेज ड्रॉपआउट करके इतना नाम कमा लिया है इतनी सक्सेस हासिल कर ली है तो एक साल का गैप लेना कौन सी बड़ी बात है? बस आपका motive strong होना चाहिए |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै No बोलना कैसे सिखू ? टीचर कहता है की नो बोलना सिखा नहीं जाता है बल्कि सीधे बोला जाता है जब आपको लगे की नो बोलना चाहिए भले ही सामने वाल नाराज हो जाए कोई फर्क नहीं पड़ता है वो बाद में जाकर समझ जाएगा लेकिन यदि आप नो बोलना नहीं सीखे तो आपके लिए हर समय समस्या होते रहेगी |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै किसी से मदद कैसे मांगू? टीचर कहता है की मदद तभी मांगो जब सख्त जरूरत हो वर्ना नहीं| आपको सबसे पहले खुद अपना 100 % देना है तब जाकर कही आपको लगे की अब थोड़ी मदद की जरूरत है तो अपने किसी ख़ास से मदद मांग लो, मदद मांगने में कोई शर्म नहीं होनी चाहिए |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की पेरेंट्स को अपने करियर चॉइस के लिए कैसे मनाऊँ? टीचर कहता है की अगर वाकई में आपके चॉइस में दम है और आपको भी पूरा विश्वास है तो वे भी मान जाते हैं कोई ऐसे पेरेंट्स नहीं होते हैं जो अपने बच्चो पर भरोसा नहीं करते होंगे | बस आपको उनका भरोसा नहीं तोडना होता है वे आसानी से मान जाते हैं |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै दोस्त कैसे बनाऊ? टीचर कहता है की जैसे आपने अपने बचपन में बनाये थे वैसे ही बनाने है अक्सर दोस्त बनाने की कोई प्लानिंग नहीं होती है ये तो खुद ही बन जाते हैं बस आप कितने फ्रेंडली स्वभाव के है ये निर्भर करता है दोस्त हमेशा ऐसे बनाओ जो आपके सुख-दुःख में काम आये, ऐसे नहीं जो हमेशा आपका फायदा ही देखे |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै लाइफ पार्टनर कैसे ढूँढू ? टीचर कहता है की जिसे देखकर आपको लगे की इसकी और मेरी सोच एक जैसी है, हम एक-दुसरे को अच्छे से समझते हैं, एक दुसरे पर भरोसा करते हैं और लॉन्ग टर्म तक हमारा साथ रह सकता है तो आप अपना लाइफ पार्टनर choose कर सकते हैं |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै ब्रेकअप से कैसे डील करू? टीचर कहता है की ये दौर आज के ज्यादातर युवाओं के साथ आता ही है वे अक्सर इससे उभर नहीं पाते हैं और सोचते हैं की मेरी दुनिया अब ख़त्म हो गयी है उनका कोई भी sense काम नहीं करता है लेकिन ऐसे में आपको संयम से काम लेना है अपने से बड़ो की बात सुननी है शायद वो आपको कोई रास्ता दे सके |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै अपनी बाउंड्री कैसे तय करू? टीचर कहता है की हर किसी को लगता है की मेरी बस इतनी ही लिमिट है लेकिन ऐसा नहीं है कोई भी ये नहीं जान पाता है की उसकी कितनी लिमिट है जिस दिन वो ये जान गया तो उस दिन वो अपनी बाउंड्री क्रॉस कर लेगा | बस उसको सही पाथ पर चलना है |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै टॉक्सिक फ्रेंड से कैसे डील करू? टीचर कहता है की ऐसे दोस्तों को आपको जितना जल्दी हो सके पहचानना है क्योकि ये आपकी लाइफ खराब करने में देर नहीं करेंगे ऐसे दोस्तों का मकसद ही होता है की कैसे में सामने वाले के काम में बाधा डालू और उसे मिसगाइड करू |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै पेशेंस कैसे develop करू? टीचर कहता है की जितना आपका फोकस अपने काम पर होगा और आपका लक्ष्य निर्धारित होगा उतना ही आपका पेशेंस develop होता जाएगा | आपको अपना फोकस loose नहीं करना है यही आपको सफलता तक ले जाएगी |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै एक स्लीप routine कैसे बनाऊ? टीचर कहता है की सबसे पहले आपको सुबह से लेकर पूरे दिन का टाइम टेबल बना लेना है की कब क्या-क्या करना है ये सारे काम आपको समय पर करने है समय पर कॉलेज-ऑफिस जाना है और समय पर आना भी है तभी आप अंत में अपना स्लीप routine बना पाओगे |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै अच्छी आदत कैसे बनाऊ? टीचर कहता है की आपकी अच्छी आदत तभी बनेगी जब आप एक अच्छे routine में होंगे और अच्छा routine कैसे बनेगा इसका जवाब मैंने पहले प्रश्न में दे दिया है | बाकी कौन सी आदते आपके लिए सही और कौन सी गलत है वो आपको decide करना है |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै और सेल्फ अवेयर कैसे बनू? टीचर कहता है की आपको अपने आसपास क्या हों रहा है उससे पूरी तरह अपडेट होना है आज के इस दौर में तेजी से काम हो रहा है ऐसे में यदि आप पीछे रह गये तो आगे पहुचना बहुत मुश्किल हो जाएगा | आपकी सेल्फ अवेयरनेस आपको हमेशा मदद करेगी |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै खुद के बलबूते पर कैसे जियुं? टीचर कहता है की इसकी समझ आपको जितने जल्दी आ जाएगी उतना ही बेहतर होगा क्योकि आज के युवाओं को 25-30 साल के होने तक भी ये पता नहीं होता है की आगे क्या करना है | उन्हें अभी तक अपना लक्ष्य नहीं पता होता है खुद के पैरो पर खड़े होना बहुत दूर की बात है |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै अपना गुस्सा कैसे संभालू? टीचर कहता है की यही गुस्सा हमे अकेला कर देता है जब हम हर समय सभी पर गुस्सा करते हैं तो लोग हमसे दूरी बनाने लगते हैं आपको इसका समय पर एहसास हो जाना चाहिए | फिर भी आपको बहुत गुस्सा आता है तो मैडिटेशन का सहारा लेकर भी आप अपना गुस्सा शांत कर सकते हैं |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै खुद को वापस कैसे खड़ा करू? टीचर कहता है की जब एक बार गिर गये तो जल्दी से उठ भी जाना है और वो गलती फिर से नहीं दोहराना है जो लोग खड़े नहीं हो पाते हैं उनके लिए बाद में बहुत मुश्किल हो जाता है और जो लोग समय पर खड़े हो जाते हैं वे भविष्य में हर मुसीबत से लड़ लेते हैं |
स्टूडेंट टीचर से कहता है की मै खुद का बेस्ट फ्रेंड कैसे बन सकता हु? टीचर कहता है की जो खुद के बेस्ट फ्रेंड होते हैं उन्हें किसी दुसरे के सहारे की जरूरत नहीं होती है वो अपना रास्ता खुद ही निकाल लेते हैं ऐसे लोग काफी खुशमिजाज होते हैं और अपने दुखो का समाधान भी खुद से निकाल लेते हैं आपको ऐसे लोगो से सीखना है |
आखिर अंत में ऑथर ने अपनी लाइफ के कुछ ख़ास दोस्तों का जिक्र भी किया है उन्होंने बताया की कैसे उनकी एक फ्रेंड जो एक अच्छे कॉलेज से पढने के बाद उन्हें एक अच्छी जॉब मिल गयी थी लेकिन कुछ सालो के बाद उन्हें लगा की मेरा इसमें मन नहीं लग रहा है मुझे कुछ अपनी पसंद का करना चाहिए और ऐसा करते करते उनके समय-समय पर पैशन बदलते गये और वे खुद उन नयी चीजो को सीखते गयी | ऐसा करने में उन्हें बहुत मजा आ रहा था और वे बहुत खुश भी थी आखिर में जाकर वे कुछ ऐसा कर रही थी जो उनके डिग्री से बिलकुल अलग था | ऑथर अपने इस किताब के माध्यम से यही बताना चाहते हैं की लाइफ में आप जो चाहते हो वही करने की कोशिश करो |