Essay On Global warming In Hindi | ग्लोबल वार्मिंग पर हिंदी निबन्ध

दोस्तों आज के इस टॉपिक में हम बाते करने वाले है global warming क्या है? और इसकी गम्भीर समस्या के बारे में बात करेंगे की कैसे ये हमारी धरती में बुरा प्रभाव डाल रही है और हम इस प्रभाव के नतीजा भुगत रहे हैं|

ग्लोबल वार्मिंग क्या है? : what is global warming in hindi?

ग्लोबल का अर्थ होता है “पृथ्वी” और वार्मिंग का अर्थ होता है “गर्म” अर्थात धरती के वातावरण के तापमान में होने वाली गर्मी को ग्लोबल वार्मिंग कहते है और ये ग्लोबल वार्मिंग धरती के वातावरण में लगातार बढ़ रही है |

ग्लोबल वार्मिंग पुरे दुनिया के लिए एक बहुत बढ़ी समस्या बन चुकी है और इस समस्या से इंसान खुद को ही नही बल्कि धरती में रहने वाले बाकी के प्राणी के लिए समस्या बन चुकी है और ऐसा लगता है की इससे निजात पाना बहुत ही मुश्किल हो रहा है |

ग्लोबल वार्मिंग का अर्थ है पृथ्वी में लगातार गर्म होते जाना और पृथ्वी का तापमान बढ़ते जाना| ग्लोबल वार्मिंग को वैश्विक तापमान या भूमंडलीय उष्मीकरण भी कहते है |

Global warming kya hai

ग्लोबल वार्मिंग के कारण :

  1. ग्लोबल वार्मिंग का सबसे महत्चपूर्ण कारण ग्रीनहाउस गैसे है जो कुछ प्राकृतिक प्रक्रियाओ के साथ साथ मानव गतिविधियों से उत्पन्न होती है |
  2. प्रदूषण के लगातार बढ़ने की वजह से ग्लोबल वार्मिंग निरंतर बढती जा रही है |
  3. मनुष्य द्वारा कार्बन दाई आक्साइड और सल्फर दाई आक्साइड दोनों गैसों को घरो में प्रयोग किया जा रहा है इन गैसों को मुख्य रूप से फ्रिज और AC में प्रयोग किया जाता है जिसकी वजह से पानी और वातावरण को ठंडा किया जाता है लेकिन जब ये गैस वातावरण में मिल जाती है तो इनका असर उल्टा पड़ जाता है उह वातावरण को ठंडा करने की जगह गर्म कर देती है क्योकि इसमें ऐसे पदार्थ होते है जो वातावरण में रेडियोएक्टिव को बढ़ा देता है |
  4. हमारे द्वारा धरती में फैलाये गये प्रदोषण से भी ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ने में भी भागीदारी बहुत ज्यादा है जिसमे वायु प्रदोषण बहुत बढ़ा कारण है |
  5. बढे बढे कारखानों से निकलने वाली गैसे जो सीधे हमारे वायुमंडल में प्रवेश करती है और वायुमंडल की विभिन्न परतो में प्रभाव डालती है |

ग्लोबल वार्मिंग के लिए उत्तरदायी गैस कौन कौन सी है ?

पृथ्वी पर अनेको जहरीले गैसे जैसे कार्बन दाई आक्साइड, कार्बन मोनो आक्साइड, मीथेन गैस और ऐसी अनेको जहरीले गैस जो ग्लोबल वार्मिंग के लिए उत्तरदायी हैं |

ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के उपाय :

  1. प्लास्टिक के कूड़े को इधर उधर ऐसे ही न फेंके |
  2. बिजली के उपकरणों को बिना आवश्यकता के खुला न छोड़े |
  3. पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ हर भरा जीवन बनाओ के नारे को अपनाए|
  4. पैदल चलने या साइकिल का इस्तेमाल करने की आदत डाले तथा गाडियों का इस्तेमाल कम करे ताकि प्रदूषण को कम किया जा सके |
  5. अपने आप को सिमित आवश्यकताओ में ढालने को कोशिश करे अपनी सुख सुविधा के लिए प्रकृति को नुक्सान न पहुचाए|
  6. जब भी बाजार जाते है तब हमे प्लास्टिक की जगह कपडे की थैली का उपयोग करना चाहिए |
  7. औद्द्योगिक कचरे को नियंत्रित करना चाहिए जिससे हवा में फैलने वाली हानिकारक गैसों को रोका जा सकता है |
  8. कभी भी किसी रासायनिक पदार्थो और प्लास्टिक की चीजो को इधर उधर न जलाए क्योकि इनसे निकलने वाली गैस बहुत ही हानिकारक होती है |

ग्लोबल वार्मिंग से पृथ्वी पर पड़ने वाला प्रभाव :

  1. इससे हमारे वायुमंडल की ओजोन परत पर काफी प्रभाव पड़ता है ओजोन परत जो की सूर्य से आने वाली पराबैंगनी किरणों को पृथ्वी तक आने से रोकता है और ग्लोबल वार्मिंग की वजह से इस परत पर काफी नुक्सान हुआ है |
  2. सन 1950 के बाद मनुष्य की औद्द्योगिक गतिविधियों के कारण धरती पर काफी ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव पड़ा है |
  3. ग्लेशियर पर इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा है आपने दिन प्रतिदिन सुना ही होगा ग्लेशियर के पिघलने की खबर जिससे जलस्तर काफी बढ़ चूका है और समुद्र के नजदीकी इलाके इससे प्रभावित हुए है |
  4. जैसे जलवायु में अचानक से परिवर्तन का होना, बाढ़, तूफ़ान, सुनामी, भूकम्प ये सभी ग्लोबल वार्मिंग के नतीजे है |
  5. आज के समय में शर्दी/ठंड की अवधि काफी कम हो गयी है जो ग्लोबल वार्मिंग का मुख्य कारण है |
  6. ग्लोबल वार्मिंग की वजह से बीमारी भी बहुत ज्यादा पैदा हो गयी है जिस देशो में ज्यादा गर्मी पड़ती है वहां बीमारी भी उतनी ही ज्यादा उत्पन्न होती है |

लॉक डाउन का ग्लोबल वार्मिंग पर पड़ने वाला असर :

  • वैसे देखा जाये तो जब से पूरे दुनिया में लॉक डाउन हुआ तो वातावरण पर भी इसका काफी असर हुआ |
  • पानी, हवा में काफी मात्रा में सुधार देखने को मिला इससे पता चलता है की इंसानों ने इस धरती पर कितना प्रदूषण किया है |
  • सारी कंपनी, उद्द्योग और फैक्ट्री बंद हो गयी थी इस लॉक डाउन में जिसके कारण ग्लोबल वार्मिंग में भी काफी गिरावट नजर आई थी |
  • लेकिन धीरे धीरे फिर से वही मंजर देखने को मिल रहा है फिर से पहले जैसा हो गया है और लॉक डाउन का इतना असर ग्लोबल वार्मिंग पर नही हुआ है |

Also read: Asteroid kya hai

Also read : what is water pollution in hindi

Conclusion (निष्कर्ष) :

इस टॉपिक में हमने ग्लोबल वार्मिंग क्या है, इसके कारण, इसके प्रभाव और इसको रोकने के उपाय पर बात की है जिनमे मैंने सारी बारे कवर की है आज के समय में ग्लोबल वार्मिंग कितना बढ़ा मुद्दा है ये बात सभी को पता है अगर आपको कोई प्रश्न इसके सम्बन्धित पूछना है तो आप मुझे निचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है|

Vikram mehra

मेरा नाम विक्रम मेहरा है मै उत्तराखंड का रहने वाला हु मैंने B.sc (PCM) से की हुई है और मुझे टेक्नोलॉजी, साइंस और लोगो को अपने ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा देना बहुत पसंद है मेरा मकसद ऑनलाइन माध्यम से लोगो तक इनफार्मेशन पहुचाना है और साथ ही मुझे मूवीज देखना, घूमना बहुत पसंद है |

Leave a Reply