दोस्तों आज के इस टॉपिक में हम new education system in india 2021 in hindi के विषय में बाते करेंगे की कैसे हमारा एजुकेशन सिस्टम काम करता है, इसमें क्या क्या कमी हो सकती है और क्या क्या सुधार हो सकते है |
वैसे भी हमारी शिक्षा प्रणाली मे ब्रिटिश शासन का बहुत बाधा रोल है और वाही शिक्षा प्रणाली को आज भी हम इस्तेमाल कर रहे है औए ना ही इसमें कोई बढे बदलाव हैं |
आज हम इस बारे में बिलकुल आसान भाषा में समझेंगे और जानेंगे की इसमें क्या क्या सुधार हो सकते हैं क्योकि ये खुद में ही बहुत बढ़ा मुद्दा है |
Education System In Hindi :
सर्वप्रथम हम इस टॉपिक में बाते करने से पहले इसे अलग अलग भागो में विभाजित करके अच्छे से समझेंगे |
Introduction of education system in hindi :
एजुकेशन हमारे लाइफ में कितना जरुरी है इस बारे में सभी जानते है बिना शिक्षा के हमे पता ही नही चल पायेगा की क्या गलत है क्या सही है हम अपने लाइफ में आगे कैसे बढे इस बात का निर्णय कैसे लेंगे? हमे इस बात का ज्ञान हमारी शिक्षा से ही होता है हम कैसी शिक्षा लेते है ये सभी बाते निर्भर करती है |
New education policy in india 2021 :
अभी पिछले साल ही हमारी शिक्षा प्रणाली में बढे बदलाव हुए है जिसमे कुछ बदलाव काफी बढे स्तर पर किये गये है जिन्हें हम अपने अनुसार आपको साधारण भाषा में बताने की कोशिश करेंगे |
इससे पहले दसवी के बाद हमे तीन आप्शन होते थे जिसमे हमे आर्ट्स, साइंस और कॉमर्स में से किसी एक विषय को लेना होता था लेकिन अब नई शिक्षा निति के आने से दसवी के वाद आप कोई भी विषय एक साथ ले सकते है चाहे मैथ्स के साथ इतिहास, अंग्रेजी के साथ संस्कृत या फिर विज्ञानं के साथ भूगोल |
इस नीति से पहले हम 10+2 के शिक्षा प्रणाली में अपनी शिक्षा लेते थे लेकिन अब 5+3+3+4 के सिस्टम के अनुसार हमारी शिक्षा प्रणाली चलेगी :
- Foundation stage(5) : इसमें आंगनवाडी, प्री- स्कूल, बालविकास और एक्टिविटी बेस लर्निंग के माध्यम से शिक्षा दी जाएगी |
- Preparatory stage(3) : इसमें बच्चो के साथ नयी तकनिकी के साथ एक्टिविटी करके सिखाया जाएगा जिसमे बच्चे को प्रैक्टिकल माध्यम से अच्छा समझ आएगा |
- Middle stage(3) : इसमें बच्चो को लाइव प्रैक्टिकल तरीके से साइंस, मैथ्स, आर्ट्स और सोशल साइंस के स्टडी कराई जाएगी |
- Secondary stage(4) : इसमें बच्चा करियर किस फिल्ड में बनाना चाहता है वो उस फिल्ड में जाकर अपनी पढाई कर सकता है |
Vocational job and training : इसमें बच्चे कक्षा 6 के बाद इंटर्नशिप कर पाएगा जिसमे बच्चो को ट्रेनिंग दी जाएगी जिसमे वो जाना चाहता है ये एक तरह की summer ट्रेनिंग की तरह होगी और साथ ही बच्चो को छटवी से ही प्रोग्रामिंग/कोडिंग भी सिखाई जाएगी |
अब टीचर ही नही बल्कि खुद के और क्लास के स्टूडेंट्स के मुल्यांकन से बच्चो की रिपोर्ट बनेगी की बच्चो का परफॉरमेंस कैसा था |
इससे पहले भारत अपनी देश के एजुकेशन सिस्टम पर GDP का दो से तीन प्रतिशत की खर्च करता था लेकिन नई शिक्षा नीति के बाद भारत अपनी GDP का 6 प्रतिशत एजुकेशन पर खर्च करेगा |
बच्चो का ज्यादा फोकस रटने में नही गोगा उन्हें प्रैक्टिकल चीजे भी कराई जाएंगी |
After 12th multiple entry-exit programme : मान लो अगर आप कोई कोर्स करते हो और आपको पसंद नही आ रहा है और बीच में ही छोड़ देते हैं तो उसके बाद अगर आप कोई दूसरा कोर्स करना चाहते हो तो पहले वाले कोर्स का क्रेडिट ले सकते हैं
- पहले साल में सर्टिफिकेट मिलेगा
- दुसरे साल में डिप्लोमा मिलेगा
- तीसरे साल में बैचलर डिग्री मिलेगी
- चौथे साल में बैचलर रिसर्च डिग्री मिलेगी
अब आप बैचलर डिग्री के बाद सीधे पीएचडी कर सकते है|
क्लास 5 तक अब अपने लोकल या रीजनल भाषा में सिखने की प्रक्रिया होगी लेकिन ये इतना जरुरी नही है |
How to improve education system in india in hindi :
सबसे पहले हमे अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर को बदलना होगा ये एक बढ़ा मुद्दा है और सबसे बड़ी दिक्कत ये है की इस नई शिक्षा नीति में इस बात पर कोई बात ही नही की गयी है |
अभी भी सरकारी स्कूल में वो मूलभूत चीजे उपलब्ध नही है जिनकी शख्त जरूरत है |
अभी अभी कई स्कूल और कॉलेज में टीचर इतने क्वालिफाइड नही है की वो बच्चो को बेहतर शिक्षा दे सकते है हमे अच्छे शिक्षको की जरूरत है |
अभी भी सरकारी स्कूल और प्राइवेट स्कूल में बहुत बड़ा अंतर है हमे सरकारी स्कूल को प्राइवेट स्कूल के बराबर ही शिक्षा देनी होगी इसमें हमे बहुत ज्यादा काम करने की जरूरत है |
उन स्कूलों की फैकल्टी को सुधारना होगा जहाँ टीचर की कमी है, बच्चो को बैठने की दिक्कत है और भी जरुरी चीजे होती है जिन पर सरकार को ध्यान देना है |
बच्चो को उसी फिल्ड में आगे बढ़ने में मदद करे जिसमे वो जाना चाहते है मेरा मानना है की अगर आप उन्हें द्रोणाचार्य और पांड्वो की शिक्षा निति की तरह सिखाएँगे तो ही काबिल बनेंगे |
बढे बढे आईटी कंपनी जैसे गूगल, एप्पल, IBM, टेस्ला का भी मानना है की बिना डिग्री के कोई भी हमारी कंपनी में जॉब पा सकता है बशर्ते आपके पास एक स्ट्रोंग स्किल होना चाहिए |
“नॉलेज में किया गया इन्वेस्ट सबसे ज्यादा return देता है”
“एवरेज टीचर बताता है अच्छा टीचर समझाता है और बेहतरीन टीचर कर के दिखाता है “
“यदि हर सुबह नींद खुलते समय किसी लक्ष्य को लेकर आप उत्साहित नही है तो आप जिन्दगी सिर्फ काट रहे हैं|”
Reality of indian education system | interesting facts about indian education system :
जितनी स्विट्जरलैंड की पापुलेशन है उतने इंडिया में इंजिनियर की डिग्री लेकर बैठे हैं |
दुनिया में रिसर्च एंड इनोवेशन में स्विटजरलैंड no.1 है और शिक्षा के फिल्ड में तो है ही लेकिन भारत के कही पचास no. में भी नाम नही है |
जितने भी बढे बढे लोग अभी के समय में दुनिया में नाम कम रहे है वो सभी ने अपनी पढाई इंडिया के बाहर से ही की है चाहे सुन्दर पिचाई या सत्या नाडेला हो |
AICR 2017 की रिपोर्ट के अनुसार 80 से 90 प्रतिशत पढ़े लिखे भारतीय employable नही है |
हमारी पापुलेशन दुनिया की 17% है और हमारी रिसर्च आउटपुट सिर्फ 2.8% है |
हमारे देश में साढ़े पांच हजार कॉलेज है और तीन करोड़ स्टूडेंट्स पढ़ रहे है लेकिन फिर भी हमने अभी तक कोई ऐसा काम नही किया हैं जिससे हमारे एजुकेशन सिस्टम का नाम बहुत उचा हो |
भारत के कॉलेज का हाल ऐसा है की कभी भी रियल प्रोब्लम बेस्ड प्रैक्टिकल पर काम नही करते है अगर उन्हें साल भर में कोई प्रोजेक्ट मिलता है तो वो मार्किट में किसी से पुराना प्रोजेक्ट खरीद कर सबमिट कर देते है उन्हें लर्निंग से कोई मतलब नही है |
आज के समय में इतना फर्जीवाडा होता है डिग्री को लेकर, लोग बिना पढ़े ही डिग्री ले लेते है जिसका उन्हें कोई अनुभव नही होता है |
हमारी सरकार कभी भी शिक्षा पर ज्यादा खर्चा नही करती है और न ही कोई सुधार करती है विदेशो में चाहे अमेरिका या फिर यूरोपियन देश यहाँ की सरकार बहुत पैसा इन्वेस्ट करती है अपनी देश की एजुकेशन सिस्टम पर तभी वहां की शिक्षा निति काफी मजबूत है
Harvard university, Stanford university और Wharton university में कभी भी थ्योरी पर इतना ध्यान नही देते हैं उनका ज्यादा फोकस प्रोजेक्ट्स, प्रॉब्लम सोल्विंग और केस स्टडी पर ज्यादा होता है लेकिन भारत में अभी भी इस तरह की शिक्षा प्रणाली पर काम नही होता है |
भारत की यूथ पापुलेशन दर सबसे ज्यादा है फिर भी एजुकेशन, रिसर्च और डेवलपमेंट में काफी पीछे है |
हमारे देश में एक टीचर इतनी कम सैलरी में भी काम कर लेता है की बता नही सकते है भारत का एक प्रोफेसर एक निजी कॉलेज में तीस से चालीस हजार में भी काम कर लेता है में सभी प्रोफेसरों की बात नही कर रहा हु लेकिन मेजोरिटी की बात कर रहा हु लेकिन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का एक प्रोफेसर महीने के 16 लाख की सैलरी लेता है |
Major Problem Of Present Education System In India In Hindi :
- No real-time corporate experience
- Conventional theoretical – based classroom approach
- Stagnant syllabus / lack of counselor
- Underemployment is a bigger problem
- Low industry demand
- Incompetent faculty
- No jobs assaurance
- Not well-filled
- Preparation low and aspiration high
Tips for teachers to improve your technique for provide best education:
कुछ ऐसी तकनीक जिन्हें सुधार के हम बच्चो को बेहतर शिक्षा दे सकते है |
- Set right expectations
- Foster relationship
- Focus on group and individual projects
- Be visible, available and flexible
- Create a conductive learning environment
- Use a mix of learning tools
- Encourage collaboration and participation
- Ask question to keep them engaged
- Provide continuous and constructive feedback
- Ask for feedback
- Real life application of information
- Focus group discussions
- Act as friend, philosopher and guide
- Leave ego
- Don’t be bossy
- Plan your class
- Learn visual tools
- Update yourself
ये कुछ ऐसे स्टेप हैं जो एक टीचर को अपने लाइफ में अमल करना चाहिए तभी तो स्टूडेंट को बेहतर शिक्षा दे सकेंगे |
Learn new course to update yourself based on new education system:
कुछ ऐसे स्किल जो हमे सीखनी चाहिए और हमे अपडेट रहना चाहिए क्योकि टेक्नोलॉजी हर समय बदल रही है |
- Creative writing
- Content writing
- Teaching online
- Adobe captivate
- Public speaking
- Instructional design
- Powerful conversation
- Storytelling
- Course creation
- Moodle and canva
- Psychology
- Record keeping
- Presentation skill
- Train the trainer
- Research paper work
ऐसे ही स्किल आपके पास होने चाहिए जो आपको सबसे बेहतर साबित करेंगे |
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Final word:
हमने इस पुरे टॉपिक में new education system in india 2021 in hindi के विषय में वो सारी पहलुओ पर बात की है जहाँ हमे कोई कमी नजर आई है और क्या सुधार हो सकते हैं हमारे new education policy में |
मैंने आपको कुछ ऐसे बेहतरीन टिप्स भी दिए हैं जिन्हें आप सेल्फ इम्प्रूवमेंट में अमल कर सकते है |अगर आपको इसके अलावा कुछ पूछना है तो आप निचे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है |