Outliers Book Summary In Hindi By Malcolm Gladwell

हेलो दोस्तों आज के इस विडियो में हम Outliers किताब की संक्षिप्त summary बताने जा रहे हैं जिसे Malcolm Gladwell ने लिखी है ये किताब बहुत ही रोचक और महत्वपूर्ण जानकारी से भरी है इस किताब के लेखक बताना चाहते हैं की सफलता सिर्फ टैलेंट से नहीं मिलती है बल्कि 5 मुख्य चीजे जरुरी होती हैं | तो आखिर कौन सी वो 5 चीजे होती है ?

सबसे पहले तो ये जानते हैं की Outliers किसे कहा जाता है Outliers का अर्थ होता है – बाहर रहने वाला | इससे लेखक का तात्पर्य ये है की भीड़ से बाहर रहने वाला |

और भीड़ से बाहर रहने वाला वो होता है जिसमे टैलेंट होता है और जो सभी से ज्यादा प्रतिभावान होता है |

मान लो आप आप अपनी क्लास के बच्चो के साथ दौड़ लगाते हैं ऐसे में यदि आप सबसे तेज भागते हैं और फर्स्ट आते हो तो उस रेस के हिसाब से आप Outliers कहलाये जाएँगे | मतलब सब एक तरफ और आप एक तरफ |

ऐसे ही जो भी अपने-अपने क्षेत्र में एक्सपर्ट होते है वो भी उस क्षेत्र में Outliers होते है | इसी तरह Outliers का असली अर्थ होता है – Very Talented Person.

अब बात करते है ऐसी कौन सी 5 चीजे हैं जो आपकी सफलता के लिए जरुरी है मान लो आप अपने फील्ड के Outliers हो यानि की very talented हो | लेकिन क्या इसी बात से आप सफल हो जाओगे ?

बिलकुल भी नहीं | जैसे हमारे देश में कई टैलेंटेड सिंगर हैं क्या वे सभी सफल है ?

Outliers Book Summary In Hindi By Malcolm Gladwell | Outliers Audiobook Summary

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लेखक बताना चाहते हैं की सफलता आपको तभी मिलेगी जब किसी भी Outliers को मेरी बताई हुई 5 बातें मिल जाती हैं |

1.Timing (Outliers Book In Hindi)

लेखक का कहना है की हमारे सफल होने के लिए हमारी उम्र और सिलेक्शन की टाइमिंग भी जिम्मेदार होती है | जिस तरह से हमारे भारत में पेरेंट्स अपने बच्चो को 3 साल से पहले ही स्कूल भेज देते हैं उनमे बच्चो को सही उम्र में स्कूल भेजने ही होड़ रहती हैं |

ऐसे में कभी कभी बच्चो में बोझ बढ़ जाता है और वे प्रेशर में अच्छा परफॉर्म भी नहीं कर पाते हैं या फिर एक रट्टू तोते की तरह बन जाते हैं और ना ही वे बाद में कोई बड़ा परफॉरमेंस दे पाते हैं |

ऐसे में बच्चे स्कूल में fail भी हो जाते हैं क्योकि शायद उनका ब्रेन उस समत तक विकसित नहीं हुआ होता है वो चीजो को आसानी से समझ नहीं पाते हैं |

फ्रांस जैसे देश में 7 साल की उम्र से पहले बच्चो को स्कूल में नहीं भेज सकते हैं ऐसा वहां का कानून है ऐसे में देख सकते हैं की इतने छोटे देश के लोग टेक्नोलॉजी में कितने आगे हैं |

ऐसे में बच्चो को तभी स्कूल भेजना चाहिए जब उनका दिमाग पूर्ण रूप से विकसित हो जाए |

2.Upbringing (Outliers Summary In Hindi)

सफलता के लिए दूसरी महत्वपूर्ण चीज है और वो है Outliers या एक टैलेंटेड इंसान की परवरिश | एक डॉक्टर का बेटा डॉक्टर इसीलिए बन पाता है क्योकि उसे घर में वैसा ही माहौल मिलता है |

एक एक्टर का बेटा एक्टर तभी बनता है जब उसे बचपन से वैसा ही माहौल मिला होता है और ऐसे ही एक किसान के बेटे को यदि एक्टर बनना हो तो कैसे बनेगा ? वो खेतो को देखकर एक्टर नहीं बन सकता है वो जब पहली बार कैमरे के सामने आएगा तो एकदम से घबरा जाएगा लेकिन एक एक्टर के बेटा जिसे बचपन से कैमरे के सामने रहने की आदत है उसे बिलकुल भी दिक्कत नहीं होगी |

नये लोगो को शुरू से सीखना होता है इसीलिए परवरिश का भी सफलता में अहम् रोल होता है जैसे लेखक बिल गेट्स का उदाहरण देते हुए कहते हैं की उनके सफलता के पीछे उनकी परवरिश का बड़ा हाथ था उनके पिता एक वकील और माता एक अमीर फॅमिली से थी | उन्होंने बचपन से बहुत ही elite स्कूल में पढ़ा जहाँ उन्हें अपने टैलेंट को निखारने का भरपूर मौका मिला |

लेकिन यदि बिल गेट्स किसी किसान के घर पैदा हुए होते तो क्या वे आज इतने अमीर होते ? फिर भी दुनिया में कुछ चीजे अपवाद होती ही हैं |

ऐसे में टैलेंट के साथ-साथ upbringing भी एक महत्वपूर्ण फैक्टर हो जाता हैं |

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3.Ten Thousand Hours Practice

दोस्तों सफलता के लिए लेखक ने जो तीसरी चीज बताई है वो है 10000 घंटो की प्रैक्टिस | ये प्रैक्टिस एक outliers जाने अनजाने में करता ही है |

बिल गेट्स की बात करें तो 8th क्लास से कॉलेज तक उनकी 10000 घंटो की प्रैक्टिस अपने आप हो गयी थी | हैरी पॉटर लिखने से पहले भी JK Rowling लिखते रहती थी 40 साल की उम्र में जब उन्होंने हैरी पॉटर लिखा तब तक उनकी भी प्रैक्टिस 10000 घंटे हो चुकी थी |

जितने भी खिलाड़ी होते हैं वो बचपन से खेलते रहते हैं और टीम में सिलेक्शन होने तक उनके भी 10000 घंटे हो जाते हैं जो ऐसा नहीं कर पाते हैं वो सफल भी नही हो पाते हैं |

यदि ऐसा टैलेंट आपमें भी है तो आप भी नियमित रूप से प्रैक्टिस करते रहें कई सालो की प्रैक्टिस के बाद आपके भी 10000 घंटे हो जाएँगे | और आप भी एकदिन सफल हो जाएँगे

लेखक ने Beatless का उदाहरण दिया है 1960 में वे सिर्फ एक स्कूल बैंड तक ही सीमित थे उन्हें जब जर्मनी के एक शहर में ब्रूनो क्लब में बजाने का मौका मिलता तो वे उसे पूरी रात बजाय करते थे |

ऐसे में उन्हें प्रैक्टिस में खूब मौका मिला और उनका टैलेंट भी निखर गया | जब वे पोपुलर हुए तब तक वे 1200 परफॉरमेंस दे चुके थे यानि की 10000 घंटे भी पूरे हो गये थे |

इसीलिए वे अपने बैंड में दूसरो से अधिक सफल हुए |

4.Meaningful Work (Outliers Audiobook In Hindi)

एक Outliers अपनी मेहनत और प्रैक्टिस तभी जारी रखता है जब उसे लगे की उसके काम का कोई मतलब भी है और उसे करके उसे कोई लाभ प्राप्त हो सकता है | जैसे कई राइटर लिखना छोड़ देते हैं या जिन्हें लिखने का भी शौक होता है वे भी छोड़ देते हैं क्योकि उन्हें नाम, पैसा शोहरत कुछ भी नहीं मिलता है |

जैसे कई खिलाड़ी एक दो बार अच्छी परफॉरमेंस दे देने के बाद प्रैक्टिस करना और बड़ा देते हैं क्योकि वो जीत उन्हें ट्राफी लाने की प्रेरणा देती रहती हैं |

इसीलिए आपको मेहनत करते रहना है और अपनी पसंद ही प्रतियोगिता में भाग लेते रहना है तभी आपको सफलता मिलेगी |

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5.Legacy (Outliers Audiobook Summary In Hindi)

इसके अंतिम भाग में लेखक कहते हैं की legacy यानि की आपके माहौल, कल्चर और पालन-पोषण का भी outliers की सफलता पर प्रभाव पड़ता है जिस तरह से बिल गेट्स को स्कूल में ही कंप्यूटर कल्चर मिल गया था और Beatless को भी म्यूजिक वाला माहौल मिल गया था |

जैसे हमारे देश में भी कल्चर का प्रभाव काफी देखने को मिलता है जैसे हरियाणा के लोगो में ओलंपिक, कॉमनवेल्थ गेम्स, मैडल, पहलवानी इत्यादि का काफी कल्चर है वहां के बच्चे बचपन से ही पहलवानी, बॉक्सिंग, कब्बडी इत्यादि खेलना शुरू कर देते हैं |

इसी तरह से गुजरात के लोग बहुत अच्छे व्यापारी होते हैं उनका देश से लेकर विदेशो में भी काफी पहचान है उन्हें बिज़नस माइंडेड कहा जाता है |

इसी तरह से बंगाल के लोग साहित्य में काफी निपुण होते हैं वहां से कई कलाकार भी निकलते हैं जो ऐसे ही एक्टिंग, सिंगिंग, डांसिंग में आगे रहते हैं |

Conclusion :-

तो दोस्तों आपने देखा की कैसे लेखक ने 5 महत्वपूर्ण चीजो के बारे में बताया है जिन्हें जानकर आप भी सफल हो सकते हैं |

आप भी इन्ही फैक्टर को अपने लाइफ में आजमा सकते हैं :

सबसे पहले ये देखें की आपके पास क्या टैलेंट हैं किस चीज में आप Outliers हैं ?

फिर टैलेंट पहचानने के बाद आपको परवरिश पर ध्यान देना चाहिए |

इसके बाद आपको 10000 घंटे की प्रैक्टिस शुरू कर देनी चाहिए |

आपकी प्रैक्टिस तभी जारी रह सकती है जन इसका कोई मीनिंग हो |

और अंत में अपने रूचि के अनुसार माहौल बना सकते हैं | I hope आपको ये बुक summary काफी अच्छी लगी होगी |

Vikram mehra

मेरा नाम विक्रम मेहरा है मै उत्तराखंड का रहने वाला हु मैंने B.sc (PCM) से की हुई है और मुझे टेक्नोलॉजी, साइंस और लोगो को अपने ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा देना बहुत पसंद है मेरा मकसद ऑनलाइन माध्यम से लोगो तक इनफार्मेशन पहुचाना है और साथ ही मुझे मूवीज देखना, घूमना बहुत पसंद है |

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