दोस्तों क्या आप अपना सामर्थ्य जानते हो? अपने जीवन में आप कितना हासिल कर सकते हैं और आज तक कितना हासिल कर चुके हो? कही आप उस सर्कस के हाथी की तरह तो नहीं जिसे सिर्फ एक रस्सी से बाँध रखा है और जो सोच रहा है की उसके जीवन की परिधि बस इतनी ही है जितनी उस रस्सी की लम्बाई है |
तो दोस्तों आपको ये किताब जरुर पढनी चाहिए जहाँ आप ये जान पाओगे की आपके अंदर कितना Potential है |
The Four Agreements Book Summary In Hindi | The Four Agreements Audiobook Summary
1.Domestication (The Four Agreements Book In Hindi)
इस दुनिया के बुरे समाज के लोगो ने हमे ब्रेनवाश किया हुआ है इन्होने हमारे अंदर ऐसे गंदे और छोटे विचार भर दिए हैं की हम कुछ ज्यादा सोच ही नहीं पाते हैं और हम सिर्फ एक भ्रम और छलावे की दुनिया में जी रहे होते हैं |
जिस तरह से एक किराए की गाड़ी चलाने वाला ड्राइवर हमेशा किराए की ही गाडी चलाते रहता है वह कभी नहीं सोचता है की मै इन पैसो को थोडा-थोडा बचत करके अपनी खुद की गाडी खरीद लू, जिससे मै अपनी गाडी का मालिक बन सकू और ऐसे करके मै बहुत सारी गाड़िया खरीद सकता हु |
लेकिन वो ऐसा बिलकुल भी नहीं सोचता है क्योकि उसने यही देखा और सुना होता है की एक ड्राइवर हमेशा ड्राइवर ही रहता है वो कभी मालिक नहीं बन सकता है जो उसे समाज से यही सिखाया होता है और उसका पूरी तरह से ब्रेनवाश हो चूका होता है वो कभी भी बड़ा नहीं सोचता है |
इसी तरह आज के पेरेंट्स भी अपने बच्चो को ये नहीं कहते हैं की बेटा तुम एक्टर, बिजनेसमैन, सिंगर, क्रिकेटर, फुटबॉलर बनो, वो सिर्फ इंजिनियर और डॉक्टर की ही बात करते हैं क्योकि वे भी समाज की तरह भेडचाल में चल रहे होते हैं |
उन्हें लगता है की सिर्फ डॉक्टर और इंजिनियर भी एक बेस्ट करियर आप्शन है यही वे अपने बच्चो को भी सिखाते हैं और यही क्रम में चलता रहता है |
इसी तरह से हम अपनी सोसाइटी के द्वारा ब्रेनवाश हो चुके होते हैं जिसके कारण हम भ्रम में जीते हैं | इन चीजो से छुटकारा पाने के लिए लेखक ने ये तीन स्टेप बताये हैं :
1.Awareness – आपको कभी भी ऐसे भ्रम में नही जीना है जहाँ आपको और दूसरो को ये ना लगे की आप भी देखी और सुनी बातों पर भी विश्वास करते हैं और आप सारे काम अपने होशो हवास में नहीं कर रहे हैं | इसीलिए आपको हमेशा सतर्क रहना चाहिए |
2.Forgineness – इस समाज में आपको कई तरह के लोग मिलेंगे जो आपको बुरा-भला कहेंगे और आपको hurt भी करेंगे | इन सबके बजाय आपको उन लोगो को माफ़ कर देना चाहिए वो भी ये सोचकर की उनके सही ज्ञान नहीं है और आपको अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करना है |
3.Action – आपको कभी भी बेकार में बैठे नहीं रहना है बल्कि कुछ ना कुछ एक्शन करते रहना है | जिससे आप अपनी मंजिल तक पहुच जाओगे और आपकी आलोचना करने वाले ही एक दिन आपका गुणगान करेंगे |
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2.The Four Agreements (The Four Agreements Summary In Hindi)
दोस्तों लेखक ने इन टॉपिक के माध्यम से चार अग्रीमेंट दिए हैं जिन्हें अमल में लाकर आप समाज के द्वारा किये गये ब्रेनवाश से छुटकारा पा सकते हैं :
Agreement-1 : Keep Your Promise (The Four Agreements Audiobook In Hindi)
आपका पहला अग्रीमेंट ये है की आपको अपनी बात का पक्का होना है अगर आपने किसी काम के लिए कमिट किता हुआ है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी लो |
अगर आपने दोस्त की मदद का वादा किया है तो उसे पूरा करने तक साथ निभाओ और ऐसा नही होना चाहिए की आपने बीच में ही साथ छोड़ दिया है |
इन हालातो में मुश्किलें आ जाती हैं जहाँ हम हार मान लेते हैं और दोस्तों का साथ छोड़ना शुरू कर देते हैं वे परेशानी से एकदम घबरा जाते हैं | इससे हमारे दोस्तों का हम पर से ट्रस्ट खत्म हो जाता है और हमारी इज्जत भी खराब होती है जिससे हम कभी खुश नही रहे सकेंगे |
मान लो आपने किसी बड़े काम की जिम्मेदारी ली है तो उसे पूरा करने का वादा भी किया होगा लेकिन अगर आप उस काम को बीच में ही छोड़ देते हो जिसका कारण उस काम में हुई गलतियाँ हो सकती हैं जिसे आप स्वीकार नहीं कर पा रहे हो |
सामने वाले की कमियों को देखकर उसे बिलकुल भी जज ना करें क्योकि हर किसी में कमियां तो होती ही हैं इसीलिए सोर्फ़ उनकी कमियों को ही ना देखे बल्कि उनकी खूबियों को भी देखे और उनकी सराहना भी करें |
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Agreement-2 : Don’t Take Things Personally (The Four Agreements Audiobook Summary In Hindi)
दोस्तों दुसरे अग्रीमेंट की बात करें तो हमे कभी भी दूसरो की negativity को पर्सनली नहीं लेना चाहिए | आपने अक्सर देखा होगा की लोग दूसरो को कुछ बुरा-भला बोल देते हैं जिससे वो इंसान उन बातो से hurt हो जाता है |
जैसे एक फॅमिली के झगडे में सास-बहू एक दुसरे की शिकायत करते रहते हैं और एक दुसरे की बुराई भी करते रहते हैं इसी तरह से ऑफिस में भी सीनियर और जूनियर आपस में एक दुसरे की बुराई करते रहते हैं इन सभी कारणों से झगडे बढ़ जाते हैं |
लेकिन लेखक का कहना है की अगर कोई हमे hurt करने वाली या चुभने वाली बातें बोले तो उसे सीरियसली ना लें बल्कि सामने वाले को माफ़ कर दें |
जिस तरह से एक बुरा व्यक्ति एक भले व्यक्ति की बुराई करे तो इससे वो भला व्यक्ति बुरा नहीं बन जाता | क्योकि उसे पता है की वो क्या है ठीक इसी तरह से आपको भी याद रखना होगा की आप क्या हो क्योकि दुसरे के कहने से आप बदल नहीं जाते |
लेखक कहते हैं की अगर आप चीजो को पर्सनली नहीं लेंगे तो आपकी लाइफ में स्ट्रेस, एंग्जायटी, डिप्रेशन, ईर्ष्या और द्वेष जैसी भावना नहीं होगी और आप हमेशा खुश रहने लगोगे |
Agreement-3 : Don’t Make Assumptions (The Four Agreements Review In Hindi)
दोस्तों तीसरे अग्रीमेंट की बात करें तो कभी भी अपने मन में कोई धारणा मत बनाएं | बहुत बार हम लोगो के प्रति अपनी एक धारणा बना लेते हैं और सोचते हैं की सामने वाला मेरी ही बुराई कर रहा होगा |
लेकिन क्या पता हो सकता है की उसे हमारे काम में कोई कमी दिखी होगी | इसीलिए अगर आपकी कोई आलोचना करें तो आप assumption बनाने की बजाय उससे कम्यूनिकेट करें |
आप उनसे पूछे की इस काम में क्या कमी रह गयी है और कैसे इसे दूर किया जाए | अगर वो इंसान आपको कमी बताता है तो पहले ये देखे की क्या वो सही बता रहा है की नहीं | अगर सही बता रहा है तो उसे थैंक्स कहें |
अगर वो इंसान बेकार में कमी निकाल रहा है तो उसपे गुस्सा होने के बजाय उसे माफ़ कर दें | शुरुआत में ये सब कठिन लग सकता है लेकिन समय के अनुसार आपका स्वभाव बदल जाएगा |
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Agreement-4 : Do Your Best (The Four Agreements Book By Don Miguel Ruiz)
दोस्तों चौथा अग्रीमेंट ये है की किसी भी काम को करने में अपना बेस्ट देना | आपने देखा होगा की कई लोग अपने काम में इतने उदासीन प्रतीत होते हैं की उन्हें लगता है की वे इस काम में फंस गये हैं वे सारे काम ऐसे करते हैं जैसे लोगो पर एहसान कर रहे हैं | ऐसे लोगो में कोई भावना नहीं होती है वे काम इसीलिए कर रहे होते हैं क्योकि उन्हें सैलरी मिल रही होती है |
लेखक कहते हैं की ये आचरण गलत है इससे जॉब करने वाला वैसे ही दुखी रहता है ऐसे में अगर वो अपने काम को एन्जॉय करे तो उसे अपने जॉब को करने में मजा आएगा |
लोगो को अपना हर काम दूसरो की मदद करने के नजरिये से करना चाहिए | इससे सामने वाले के मन में आपके लिए इज्जत बनी रहेगी और इससे आपको खुद पर गर्व महसूस होगा |
तो सबसे पहले खुद example set करें | इससे लोग भी उस काम पर अमल करेंगे और हर काम सही से होगा |
बहुत सारे लोग हफ्तों तक देरी करते हैं और कहते हैं की उन्होंने अपना बेस्ट एफर्ट दिया है लेकिन इनका ये बेस्ट एफर्ट सबसे बेकार एफर्ट माना जाएगा |
इसीलिए बहाने मारने की बजाय अपने काम में लगे रहे इससे आपकी काम करने की efficiency भी बने रहेगी और लोगो की रिस्पेक्ट भी |
Final Word :
दोस्तों the four agreement बुक की summary से आप जान गये होंगे की लाइफ में ऐसे कौन से चार अग्रीमेंट है जिनका अनुकरण करके हमे अभूतपूर्व सफलता मिलेगी |
अगर आपको ये summary अच्छी लगी तो आप इस किताब को पूरी पढ़ सकते हैं |