The Six Pillars Of Self Esteem Book Summary In Hindi By Nathaniel Branden

दोस्तों इस किताब में self esteem की बात की गयी है आखिर इसका क्या मतलब होता है दोस्तों लेखक के अनुसार इसका मतलब होता है की आपकी खुद की नजरो में कैसी इमेज है क्या आप आत्मविश्वास से भरे है या आप खुद को बहुत छोटा फील करते हो | जिन पर बचपन से ही छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा किया जाता है, उनकी आलोचना की जाती है ऐसे लोगो में बड़े होकर हीन भावना आ जाती है और फिर वे लाइफ में कुछ नहीं कर पाते हैं |

वैसे भी किसी ना किसी ने आलोचना झेली होती ही है और सभी की self-esteem काफी निचले स्तर पर होती है इसीलिए सभी को अपनी self-esteem बढाने की कोशिश करनी चाहिए |

The Six Pillars Of Self Esteem Book Summary In Hindi | The Six Pillars Of Self Esteem Audiobook Summary

इस किताब की summary को पढकर जानेंगे की कैसे लेखक ने 6 तरीको से अपनी self-esteem को बढाने के बारे में बताया है जिसे जानकर आप अपना कॉन्फिडेंस बढ़ा सकते हैं :

1.The Practice Of Living Consciously

कई बार हमे ऐसा लगता है की हम एक रोबोट की तरह जी रहे हैं सबकुछ एक मशीन की तरह हो रहा है जिसमे कोई इमोशन नहीं है जैसे हमे इस सोसाइटी ने कंडीशन किया हुआ है हम वैसे ही किये जा रहे हैं |

जैसे स्कूल जाना, फिर कॉलेज जन और फिर जॉब करना | जरा सोचो क्या बस इतनी ही हमारी जिन्दगी है ? अगर हम ये सब नहीं करेंगे तो क्या हमारी लाइफ बर्बाद हो जाएगी ? इसीलिए हमे conscious होकर सोचना चाहिए | ना की दूसरो को देखकर अपना काम करना चाहिए |

कई सफल लोग बिना कॉलेज गये भी सक्सेसफुल हैं |

इसी तरह यदि कोई हमे गाली दे रहा है तो हम गुस्सा हो जाते है और कुछ समय तक टेंशन में भी आ जाते हैं लेकिन यदि हम conscious होकर सोचे की क्या हमे response देना चाहिए या नहीं ?

क्या हम ऐसे लोगो को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं ? जिस दिन हम ऐसा करना सीख गये उस दिन से हम कभी मेंटली डिस्टर्ब नहीं होंगे |

इसीलिए अपने अंदर consciousness लाने की कोशिश करें और चीजो को analyze करना सीखे की कैसे चीजो को पॉजिटिव तरीके से किया जा सकता है ऐसा करने से आपकी self-esteem बढ़ जाएगी |

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2.The Practice Of Self-Acceptance (The Six Pillars Of Self Esteem Audiobook In Hindi)

हम लोगो में आदत होती है की हम दूसरो की आलोचना को दिल पर लगा लेते हैं जैसे अगर आपके टीचर आपको नालायक बोले तो ऐसे में आप क्या सोचोगे ?

या तो आप उदास हो जाओगे या फिर आपको बहुत गुस्सा आएगा |

ऐसा इसीलिए होता है क्योकि उसने खुद को एक्सेप्ट नहीं किया होता है उसे खुद में सिर्फ कमियां ही नजर आती हैं लेकिन ऐसा भी हो सकता है की ऐसे स्टूडेंट्स बाकी चीजो में अच्छे हो | ऐसे में उसे खुद के traits जानने चाहिए और सोचना चाहिए की वो नालायक नहीं है |

इसी तरह से आपको अपनी खूबियों को पहचानना है और खुद को एक्सेप्ट करना है ऐसा करने से आपका खुद पर आत्मविश्वास बढ़ जाएगा |

3.The Practice Of Self-Responsibility (The Six Pillars Of Self Esteem Book In Hindi)

हमारा कैसा बर्ताव है इसकी जिम्मेदारी भी हमे लेनी चाहिए | किसी भी वजह से हमे दूसरो की निंदा नहीं करनी चाहिए, ऐसा करने का हमारा कोई हक़ नहीं होता है क्योकि सभी में कुछ ना कुछ खूबिया और कमियां भी होती हैं |

ऐसे में हमे उनकी खूबियों की तारीफ करनी चाहिए और कमियों को सुधारने के लिए बात करनी चाहिए | मान लो पेरेंट्स को बच्चो को बुरी आदतों से दूर रखना है तो सिर्फ डांटने से काम नहीं चल सकता है |

हमे उन्हें बताना चाहिए की देखो ये बुरी चीज है और ये अच्छी चीज है अगर तुम बुरी चीजो के हैबिट में पड़ जाओगे तो तुम्हारी लाइफ खराब हो जाएगी और इसी तरह यदि तुम अच्छी चीजो को अपना लोगे तो तुम लाइफ में एक दिन जरुर सफल हो जाओगे |

हर चीज की परेशानी का हल एकदम शांत तरीके से निकल सकता है इसके लिए हमे गुस्सा होने, स्ट्रेस लेने की जरूरत नहीं है |

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4.The Practice Of Self-Assertiveness (The Six Pillars Of Self Esteem Summary In Hindi)

आपको अपने Importance को समझना है और अपनी खुशियों और जरुरतो का ख्याल भी रखना है कई लोग अपनी जॉब के दौरान अपने सीनियर की चापलूसी में लगे रहते हैं बेशक वे उन्हें अंदर से गाली देते हैं |

इसीलिए आपको ऐसा ना करके अपना एक प्रोफेशनल attitude बनाये रखना है जिस काम से आपको सैलरी मिलती है उसे इमानदारी से करें | अच्छे लोग आपके काम को देखते हुए आपको नोटिस कर ही लेंगे |

इसी तरह कुछ लोग दूसरो के लिए अपनी ख़ुशी को कुर्बान कर देते हैं लेकिन ऐसा करना सही नहीं है क्योकि आप किसी ने गुलाम नहीं हैं आपको सभी से रिस्पेक्ट से बात करनी है अपना व्यवहार अच्छा रखना है आपको किसी के भी पैरो में लेटने की जरूरत नहीं है आपको एक ही लाइफ मिली है उसे अच्छे से जीना सीखो |

5.The Practice Of Living Purposefully

हमसे सभी लोग यही पूछते हैं की आपका लक्ष्य क्या है लेकिन कोई ये नहीं पूछता है की आपके लाइफ का purpose क्या है आप इस दुनिया में क्यों आये हो, क्या करने आये हो ? क्या सिर्फ गाडी, पैसा और घर के लिए आये हो |

कई लोग सिर्फ अपने goals को ही पूरे करते हैं लेकिन purpose की तरह ध्यान ही नहीं देते हैं इसीलिए वे खुश नहीं रह पाते हैं goals सिर्फ शार्ट टर्म के लिए होते हैं लेकिन purpose तमाम जिन्दगी के लिए होता है |

अगर आपको purpose ढूंढना है तो आप ये देखे की ऐसी कौन सी चीज है जिससे आप समाज में बदलाव ला सकते है और आपको इससे ख़ुशी भी मिले | कई अमीर लोग चैरिटी करना पसंद करते हैं तो कई लोग गरीबो की मदद करना पसंद करते हैं इससे उन्हें संतुष्टि मिलती हैं क्योकि इसे ही उन्होंने अपनी लाइफ का purpose बना रखा है |

purpose ढूँढने से हमारा स्वार्थ कम हो जाता है और हमे लाइफ में खुश रहते हैं |

6.The Practice Of Personal Integirty

कई लोगो में बिलकुल भी integrity नहीं होती है उन पर कोई भी विश्वास नहीं करता है ऐसे लोग झूठ, फरेब और छल-कपट की जिन्दगी जीते हैं और कभी भी दूसरो की मदद नहीं करते हैं लोग उनकी बुराई करते रहते हैं |

ऐसे में वे हमेशा तनाव में रहते हैं उन्हें तरह-तरह की गंभीर बीमारियाँ हो जाती हैं इसीलिए आपको अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए कभी भी दूसरो का नुकसान नहीं करना चाहिए | अपने character में integrity लाने की कोशिश करें |

इसी से लोग आप पर भरोसा करेंगे और जरूरत पड़ने पर आपकी हेल्प भी करेंगे | I Hope आपको The Six Pillars Of Self-Esteem की ये शार्ट बुक समरी काफी अच्छी लगी होगी | अगर अच्छी लगी तो आप इस किताब को पूरी पढ़ सकते हैं |

Vikram mehra

मेरा नाम विक्रम मेहरा है मै उत्तराखंड का रहने वाला हु मैंने B.sc (PCM) से की हुई है और मुझे टेक्नोलॉजी, साइंस और लोगो को अपने ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा देना बहुत पसंद है मेरा मकसद ऑनलाइन माध्यम से लोगो तक इनफार्मेशन पहुचाना है और साथ ही मुझे मूवीज देखना, घूमना बहुत पसंद है |

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